नई दिल्ली
देश में कोई भी रोटी के लिए ना परेशान हो इसके लिए केन्द्र सरकार की तरफ से महत्वपूर्ण फैसला किया गया है। सरकार ने बढ़ती कीमतों को ध्यान में रखते हुए गेंहू के आटे, मैदा, सूजी और साबुत आटे पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। बता दें, इससे पहले मई में सरकार ने गेंहूं के एक्सपोर्ट पर रोक लगा दिया था। रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनिया भर में गेंहू का संकट बना हुआ है।
क्या कुछ है सरकार का आदेश?
केन्द्रीय कैबिनेट के फैसले को नोटिफाई करते हुए डीजीएफटी ने कहा कि इन सामानों के निर्यात पर प्रतिबंध रहेगा। हालांकि, कुछ विशेष मामलों में सरकार की तरफ से इसकी अनुमति रहेगी। डीजीएफटी के आदेश में कहा गया है,‘कुछ उत्पादों ( गेंहू का आटा, मैदा, सूजी और साबुत आटा) को मुफ्त से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
रूस और यूक्रेन विश्व के सबसे बड़े गेंहू के निर्यातक देश हैं। विश्व की एक चौथाई आपूर्ति इन दोनों देशों के जरिए होती है। लेकिन युद्ध की वजह से सप्लाई चेन बुरी तरह से प्रभावित हुई जिसके बाद वैश्विक स्तर पर भारतीय गेंहू की मांग बढ़ गई है। यही वजह है कि घरेलू बाजार में भी गेंहू की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार की तरफ से एक के बाद एक फैसले किए जा रहे हैं।
अप्रैल से जुलाई 2021 की तुलना में इस साल इसी पीरियड में गेंहू के आटा के निर्यात में 200 प्रतिशत की उछाल देखने को मिली है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार गेंहू के आटे का एक्सपोर्ट इस अप्रैल से जून के दौरान 246 मिलियन डॉलर का हुआ है। बता दें, पिछले साल की तुलना में भारतीय खुदरा बाजार में गेंहू के आटे की कीमतों 22 प्रतिशत की उछाल देखने को मिली है। 22 अगस्त को एक किलो गेंहू 31.04 रुपये में बिक रहा है। एक साल पहले यह 25.41 रुपये में बिक रहा है। आंकड़ों के अनुसार एक किलो गेंहू के आटे के लिए लोगों को 31.04 रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है। आटे की कीमतों में पिछले साल की तुलना में इस साल 17 प्रतिशत की उछाल देखने को मिली है।