नई दिल्ली
पिछले 9 महीने (अप्रैल-दिसंबर, 2021) में सोना 3000 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो चुका है, इसके बावजूद इसकी बिक्री कम होने के बजाय छलांग लगा रही है। देश का सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह (अप्रैल-दिसंबर, 2021) में दोगुना से अधिक होकर 38 अरब डॉलर के पार पहुंच गया। अप्रैल-दिसंबर, 2020 में सोने का आयात 16.78 अरब डॉलर रहा था।
बता दें आईबीजेए के मुताबिक 1 अप्रैल 2021 को सर्राफा बाजारों 24 कैरेट 10 ग्राम सोने का औसत भाव 44919 रुपये था और 31 दिसंबर 2021 को 3164 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा होकर 48083 रुपये पर पहुंच गया। शुक्रवार 14 जनवरी 2022 को यह 48135 रुपये पर बंद हुआ है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। मांग ऊंची रहने से सोने के आयात में बढ़ोतरी हुई है। सोने का आयात चालू खाते के घाटे (कैड) को प्रभावित करता है। आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर, 2021 में सोने का आयात बढ़कर 4.8 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 4.5 अरब डॉलर रहा था।
व्यापार घाटा भी बढ़कर 142.44 अरब डॉलर पर पहुंचा
वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में सोने के आयात में बढ़ोतरी से व्यापार घाटा भी बढ़कर 142.44 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 61.38 अरब डॉलर पर था। इसी तरह वित्त वर्ष के पहले नौ माह में चांदी का आयात भी बढ़कर दो अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 76.2 करोड़ डॉलर था। भारत दुनिया में चीन के बाद सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। सोने का आयात मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए किया जाता है।