नई दिल्ली
पिछले महीने से ही हरी सब्जियों की कीमत सुनकर लोगों का चेहरा लाल हो जा रहा है। लगातार बढ़ रही सब्जियों की कीमत ने भारत के हर 90 फीसद घरों को परेशान किया है। वहीं, खाद्य तेलों में महंगाई ऐसे लग रहा है कि उबल रही है। मंगलवार को जारी खुदरा महंगाई दर के आंकड़े भी यही कह रहे हैं। आशंका के अनुरूप मार्च में खुदरा महंगाई ने छह फीसद के स्तर को पार करते हुए 6.95 फीसद रही है। सांख्यिकीय मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य तेलों और सब्जियों की वजह महंगाई में बढ़ोतरी रही है। घरेलू बजट में बड़ा हिस्सा रखने वाले इन दोनों खाद्य उत्पादों की महंगाई दर दो अकों में रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य तेलों की महंगाई शहरों से अधिक
आंकड़ों के अनुसार, मार्च में खाद्य तेलों और फैट की महंगाई दर 18.79 फीसद रही है। जबकि, सब्जियों की महंगाई दर 11.64 फीसद रही है। यानी भारतीय परिवारों ने इन दोनों वस्तुओं पर ज्यादा पैसा चुकाया है। ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य तेलों की महंगाई दर 20.75 फीसद तो शहरों में 15.15 फीसद रही। इसी प्रकार सब्जी की महंगाई दर ग्रामीण क्षेत्रों में 10.57 फीसद और शहरी क्षेत्रों में 13.37 फीसद रही। कपड़े और जूते-चप्पल पर भी ज्यादा खर्च: गैर खाद्य वस्तुओं की बात करें तो पिछले महीने लोगों को कपड़ों और जूते-चप्पलों पर भी ज्यादा खर्च करना पड़ा है। आंकड़ों के अनुसार, मार्च में कपड़ों की महंगाई दर 9.06 फीसद और जूते-चप्पलों की महंगाई दर 11.29 फीसद रही है। इस अवधि में परिवहन और संचार की महंगाई दर आठ फीसद रही है।
रूस-यूक्रेन युद्ध का रहा असर
खाद्य तेलों की महंगाई दर बढ़ने में रूस-यूक्रेन युद्ध का बड़ा असर रहा है। यह दोनों देश खाद्य तेलों के दुनिया में तीसरे सबसे बड़े उत्पादक हैं। वहीं, यूक्रेन सनफ्लॉवर ऑयल का बड़ा उत्पादक है। युद्ध के कारण आपूर्ति शृंखला प्रभावित हो रही है। इस कारण खाद्य तेलों की कीमत लगातार बढ़ रही है। दोनों देशों के बीच फरवरी से युद्ध चल रहा है।
जून से बढ़ सकती हैं ब्याज दरें
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर के मुताबिक यदि अगले महीने खुदरा महंगाई दर में मार्च के मुकाबले कमी नहीं आती है तो जून 2022 से ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो सकती है।
प्रमुख खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर (% में)
तेल-फैट 18.79
सब्जियां 11.64
मांस-मछली 9.63
मिर्च-मसाले 8.50
स्नैक्स-मिठाई 6.60
अन्य प्रमुख वस्तुओं का हाल
वस्तु महंगाई दर (% में)
जूते-चप्पल 11.29
कपड़े 9.06
सौंदर्य उत्पाद 8.71
परिवहन 8.00
तेल-बिजली 7.52
सबसे महंगे राज्य
पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, असम, मध्य प्रदेश और तेलंगाना।
सबसे सस्ते राज्य
तमिलनाडु, पंजाब, केरल, कर्नाटक और दिल्ली।
1114 शहरी बाजारों से जुटाया आंकड़ा
सांख्यिकीय मंत्रालय के बयान के अनुसार, कीमतों का आंकड़ा सभी राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के 1114 शहरी बाजारों और 1181 गांवों से लिया गया है।