नई दिल्ली।
बीमा दिग्गज की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) कल सदस्यता के लिए खोली गई और यह 9 मई 2022 तक सदस्यता के लिए खुली रहेगी। चूंकि संभावित बोलीदाता भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की वित्तीय स्थिति को खंगालने में व्यस्त हैं, विश्लेषकों ने एलआईसी पॉलिसीधारकों और कर्मचारी श्रेणी के आवेदकों को सलाह दी कि वह अधिकतम संभव लॉट के लिए आवेदन करें, जितना वह वहन कर सकते हैं। रिटेल यानी खुदरा निवेशकों को ड्राॅ ऑफ लॉट से कम से कम 15 शेयर मिलेंगे, जबकि पॉलिसीधारकों को अनुपात में शेयर मिलेंगे जो 15 से कम या अधिक भी हो सकते हैं।
विश्लेषकों ने आरक्षित श्रेणी के ग्राहकों को सलाह दी कि वह अपने पॉलिसीधारक और कर्मचारियों की श्रेणी को खुदरा श्रेणी से आगे प्राथमिकता दें क्योंकि खुदरा श्रेणी में शेयरों का आवंटन ड्रा के माध्यम से किया जाएगा जबकि आरक्षित श्रेणी में यह आनुपातिक आधार पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खुदरा श्रेणी के आवेदनों की तुलना में आरक्षित श्रेणी में आवंटन के माध्यम से शेयर प्राप्त करने की संभावना अधिक है।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा यदि कोई आवेदक पॉलिसीधारक श्रेणी के अंतर्गत आता है, तो उस स्थिति में उसे पहले इस श्रेणी से आवेदन करना चाहिए क्योंकि इससे आवेदक को प्रत्येक पर 60 रुपये की छूट प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, आवेदक को अधिक से अधिक आवेदन करना चाहिए जिससे शेयर आवंटन की संभावना बढ़ जाएगी। जबकि खुदरा श्रेणी में एक को एक लॉट यानी 15 मिलेगा मिलेगा या एक भी शेयर नहीं मिलेगा।