मुंबई
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के मालिक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani)लंबे समय से ब्रिटेन में एक बड़ी डील करने की कोशिश कर रहे थे. अब वो इस डील के करीब पहुंच गए हैं, जो विदेश में रिलायंस की अब तक की सबसे बड़ी डील होगी.
ड्रग कंपनी Boots को दिया ये ऑफर
रिलायंस इंडस्ट्रीज काफी समय से वालग्रीन्स (Wallgreens) के ड्र्रग (दवा) रिटेलर ब्रांड Boots को खरीदने की कोशिश कर रही है. अब ब्लूमबर्ग ने खबर दी है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज और बायआउट फर्म Apollo Global Management Inc. ने इसके लिए एक बाइंडिंग ऑफर पेश किया है. अब अगर ये डील पूरी हो जाती है तो ये रिलायंस की अब तक की सबसे बड़ी विदेशी डील होगी. Boots दुनिया की सबसे बड़ी ड्रग रिटेलर कंपनियों में से एक है.
खबर के मुताबिक रिलायंस ने कंपनी को खरीदने के लिए 5 अरब पाउंड यानी करीब 48,123 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है. हालांकि ये डील रिलायंस के लिए इतनी आसान नहीं थी…
ब्रिटिश-गुजराती Issa Bros ने रोक रखी थी राह
मुकेश अंबानी मूल रूप से गुजरात से हैं. उनकी इस डील की राह को भी ब्रिटिश-गुजराती भाइयों इस्सा ब्रदर्स ने रोक रखा था. दरअसल Boots के लिए पहले राउंड की बोली में सबसे बड़ी बिड Issa Bros ने सब्मिट की थी. भारत के भरूच से वास्ता रखने वाले Mohsin Issa और Zuber Issa ने अपनी Euro Garages कंपनी के माध्यम से इस डील के लिए बोली लगाई थी. ये यूरोप की बड़ी पेट्रोल पंप कंपनियों में से एक है. साथ ही इन भाइयों के पास ब्रिटेन की सुपर मार्केट चेन कंपनी Asda और रेस्टोरेंट चेन कंपनी Leon भी हैं.
दोनों भाई ने TDR Capital के साथ मिलकर इस अधिग्रहण के लिए बोली लगाई थी, लेकिन अब उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है. क्योंकि उन्हें Walgreens का वैल्यूएशन ज्यादा लगा. इस बीच ब्रिटेन में कर्ज महंगा हुआ है जिससे उनके लिए इस डील के लिए ऋण जुटाना भी मुश्किल होने वाला था.
अब सिर्फ Reliance ही दावेदार
पहले वालग्रीन्स ने Boots को बेचने के लिए 7 अरब पौंड करीब 67,372 करोड़ रुपये का वैल्यूएशन रखा था. अब इस्सा ब्रदर्स के नाम वापस लेने की वजह से उसके सामने सिर्फ रिलायंस और अपोलो के कंसोर्टियम का ही ऑफर बचा है. Boots के ब्रिटेन में 2,200 से ज्यादा स्टोर हैं. कंपनी के पास No.7 Beauty जैसा प्राइवेट लेबल ब्रांड भी है. वहीं यूरोप के अन्य देशों में कंपनी का बड़ा कारोबार है.
बूट्स रिलायंस की पहली विदेशी डील नहीं है. कंपनी ने इसी साल मार्च में अपनी सब्सिडियरी रिलायंस न्यू एनर्जी के जरिए अमेरिका की लीथियम वर्क्स को लगभग 6 करोड़ डॉलर में खरीदा था. यह कंपनी लीथियम बैटरी टेक्नॉलजी से जुड़ी है. जबकि इससे पहले रिलायंस ब्रिटेन की 262 साल पुरानी खिलौना कंपनी Hamleys को भी खरीद चुकी है.