नई दिल्ली
दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को सरसों, मूंगफली, सोयाबीन तेल-तिलहन तथा बिनौला, सीपीओ एवं पामोलीन तेल सहित सभी तेल- तिलहनों के दाम में गिरावट देखने को मिली। यह गिरावट विदेशी बाजारों की वजह से आई। बाजार सूत्रों ने बताया कि मलेशिया एक्सचेंज में 5.5 फीसद की गिरावट आई, जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में लगभग 1.25 फीसद की गिरावट है। विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख से स्थानीय बाजार में मंदी का रुख कायम हो गया और लगभग सभी खाद्य तेल-तिलहनों के भाव हानि दर्शाते बंद हुए।
सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन डीगम और सीपीओ जैसे आयातित तेल के मुकाबले देशी तेल सस्ते हैं और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण सूरजमुखी की आपूर्ति प्रभावित है। ऐसे में मूंगफली और सरसों तेल की मांग होने के बावजूद विदेशी बाजारों की गिरावट से चौतरफा नुकसान का रुख कायम हो गया। खाद्य तेल संगठन एसईए के अनुसार, भारत आमतौर पर प्रतिमाह लगभग 1.75-2 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात करता है।