दालों की कीमतों में कमी, 31 मार्च तक मुफ्त श्रेणी में आयात

नई दिल्ली।
केंद्र सरकार का कहना है कि अरहर की दाल की कीमतों में करीब तीन फीसदी की गिरावट आई है। उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक, अरहर की दाल की कीमतों में यह कमी स्टॉक लिमिट निर्धारित करने और दालों के आयात पर टैक्स में रियायत की वजह से हुई है। सरकार ने 31 मार्च, 2022 तक 'मुफ्त श्रेणी' के तहत अरहर और उड़द की दाल के आयात की अनुमति दे रखी है।

उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अरहर की दाल की कीमतों में 2.87 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले साल 22 फरवरी को अरहर की दाल 9529.79 प्रति क्विंटल थी। जबकि इस साल 22 फरवरी को दाल के दाम 9255.88 रुपए प्रति क्विंटल हैं। दरअसल, दालों की बढती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल मई से अब तक कई आवश्यक कदम उठाए हैं।

दालों की उपलब्धता में सुधार और कीमतों को स्थिर करने के लिए सरकार ने 15 मई, 2021 से 31 अक्टूबर, 2021 तक 'मुफ्त श्रेणी' के तहत अरहर, उड़द और मूंग के आयात की अनुमति दी थी। पर बाद में अरहर और उड़द के आयात के संबंध में मुफ्त व्यवस्था को 31 मार्च, 2022 तक बढ़ा दिया गया था। इसके साथ सरकार ने मिल मालिकों, आयातकों और व्यापारियों को दालों के स्टॉक का खुलासा करने के निर्देश दिए थे।