नई दिल्ली
एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फॉरेन करेंसी बॉन्ड के जरिये करीब 4 अरब डॉलर (लगभग 29 लाख करोड़ रुपये) कर रकम जुटाई है। कंपनी की ओर से यूएस डॉलर बॉन्ड तीन चरणों में जारी किए गए था और ये बॉन्ड इश्यू तीन गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था।
तीन चरणों में जारी किए गए बॉन्ड
बॉन्ड जारी करने के तीनों चरणों पर नजर डालें तों 2.875 फीसदी पर 1.5 अरब डॉलर (11 हजार करोड़ रुपये) 10 साल के लिए, 3.625 फीसदी पर 1.75 अरब डॉलर (करीब 13 हजार करोड़ रुपये) 30 साल के लिए और 3.750 फीसदी पर 75 करोड़ डॉलर (5.5 हजार करोड़) 40 साल के लिए जारी हुए थे। ये बॉन्ड हाई क्वालिटी फिक्स्ड इनकम अकाउंट में वितिरित किए गए। इसके तहत 69 फीसदी फंड मैनेजर्स को, 24 फीसदी बीमा कंपनियों को, 5 फीसदी बैंकों को और 2 फीसदी पब्लिक इंस्टीट्यूशंस को वितरित किए गए।
उधारी चुकाने में इस्तेमाल होगी रकम
एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज बॉन्ड के जरिए जुटाई गई इस बड़ी रकम का इस्तेमाल मौजूदा उधारियों को चुकाने के लिए करेगी। रिपोर्ट में कंपनी के हवाले से कहा गया कि बॉन्ड के लिए एशिया, यूरोप और अमेरिका से 200 से ज्यादा ऑर्डर मिले थे। ज्योग्राफिकल बेसिस पर बॉन्ड्स का डिस्ट्रीब्यूशन देखें तो एशिया में 53 फीसदी, यूरोप में 14 फीसदी और अमेरिका में 33 फभ्सदी बॉन्ड वितरित किए गए हैं। रिलायंस के जॉइंट सीएफओ श्रीकांत वेंकटचारी ने कहा कि मेगा इश्यू कंपनी के लिए सबसे बड़ा डेट मार्केट ट्रांजैक्शन था।