नई दिल्ली
पूंजी बाजार नियामक सेबी ने लक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मामले में इनसाइडर ट्रेडिंग में शामिल 14 इकाइयों पर रोक लगा दी है साथ ही, 2.94 करोड़ रुपए के अवैध लाभ को जब्त करने का आदेश भी दिया। सेबी द्वारा प्रतिबंधित लोगों में लक्स के मैनेजिंग डायरेक्टर के बेटे उदित टोडी शामिल हैं।अंतरिम आदेश के अनुसार, वर्तमान में वह कंपनी में कार्यकारी निदेशक के पद पर हैं।
तिमाही रिजल्ट पर लॉन्ग पोजीशन से कमाया प्रॉफिट
सेबी की निगरानी चेतावनी प्रणाली ने लक्स के शेयर में 25 मई, 2021 को समाप्त तिमाही और 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के ऑडिटेड वित्तीय परिणामों में संदिग्ध व्यापारिक पैटर्न का पता लगाया था। घोषणा के बाद, कंपनी के शेयरों में लगातार तीन कारोबारी दिनों के भीतर क्लोज तो क्लोज के आधार पर करीब 40.75 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी। वित्तीय परिणामों से संबंधित घोषणा के विश्लेषण पर सेबी ने पाया की संबंधित संस्थाओं के एक समूह ने शेयर में लॉन्ग पोजीशन ली थी। इसके बाद, संसथान उक्त लॉन्ग पोजीशन से निकल गए जिससे पर्याप्त लाभ हुआ।
कैसे की इनसाइडर ट्रेडिंग
रक्त/पारिवारिक संबंधों, कॉल डेटा रिकॉर्ड और सोशल मीडिया पॉइंटर्स के आधार पर सेबी की जांच से पता चला है कि प्रथम दृष्टया उदित टोडी ने अप्रकाशित मूल्य संवेदनशील सूचना (यूपीएसआई) को अपनी जुड़ी संस्थाओं, अवनी टोडी, संजीव बुबना और मोहम्मद मुजतबा खान को पास किया था। मो. के माध्यम से मुजतबा खान, यूपीएसआई को आगे अक्षय कपूर को दिया गया, जिन्होंने शुभम सोमानी को सूचना दी। शुभम सोमानी ने आगे यूपीएसआई को सोमानी परिवार के अन्य सदस्यों और अन्य संबंधित संस्थाओं को पास कर दिया।
एक दूसरे को पास की सेंसटिव सूचना
इन संस्थाओं ने वित्तीय परिणामों की घोषणा से पहले, 21 मई, 2022 से लक्स के शेयरों में, अपने व्यापारिक खातों या जुड़ी हुई संस्थाओं के व्यापारिक खातों में लॉन्ग पोजीशन लिया। इन अधिकांश संस्थाओं ने पहले लक्स के शेयरों में कारोबार नहीं किया था। सेबी ने कहा कि प्रिवेंटिव निर्देश जरूरी हैं क्योंकि उदित टोडी को अब लक्स के कार्यकारी निदेशक के पद पर प्रमोशन दिया गया है और कंपनी के मौजूदा यूपीएसआई तक उनकी पहुंच है। इस तरह के काम के माध्यम से संस्थाओं ने प्रथम दृष्टया पीआईटी (इनसाइडर ट्रेडिंग का निषेध) नियमों के प्रावधानों का उल्लंघन किया है।