नई दिल्ली
रियल्टी क्षेत्र की कंपनी सुपरटेक लिमिटेड अपनी कई संपत्तियों को बेचेगी। कंपनी की योजना मेरठ और हरिद्वार स्थित चार कॉमर्शियल एसेट को अनुमानित 1,000 करोड़ रुपये में बेचने की है। यह मौजूदा प्रोजेक्ट के निर्माण में तेजी लाने और कर्ज चुकाने के उसके प्रयासों का हिस्सा है।
पहले भी हुई थी कोशिश: कंपनी ने कुछ साल पहले भी इन एसेट को बिक्री के लिए रखा था लेकिन कोविड महामारी के कारण हॉस्पिटैलिटी और रिटेल क्षेत्र के बुरी तरह प्रभावित होने से ऐसा हो नहीं सका। नोएडा की सुपरटेक लिमिटेड ने कहा कि मेरठ और हरिद्वार में शॉपिंग मॉलों और होटलों को बिक्री के लिए रखा है और उसका लक्ष्य इससे 1,000 करोड़ रुपये जुटाना है। मेरठ और हरिद्वार में सुपरटेक के एक-एक शॉपिंग मॉल और एक-एक होटल हैं।
बता दें कि 25 मार्च को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की दिल्ली पीठ ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दायर एक याचिका पर सुपरटेक लिमिटेड के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था। लगभग 432 करोड़ रुपये के बकाया का भुगतान न करने पर यह आदेश दिया गया।
हालांकि, इसे सुपरटेक प्रमोटर आर के अरोड़ा ने एनसीएलएटी के समक्ष चुनौती दी थी। अरोड़ा के मुताबिक एनसीएलएटी ने कंपनी को लेनदारों के साथ समझौता करने की भी अनुमति दी है। इनमें से अधिकांश बैंक और निजी इक्विटी फंड हैं, जिनका पुनर्भुगतान COVID-19 के बाद मंदी के कारण प्रभावित हुआ था।