मुंबई । दीपावली से पहले देश के विदेशी मुद्रा भंडार में फिर गिरावट देखी गई है। 14 अक्टूबर, 2022 को समाप्त सप्ताह में यह 4.50 अरब डॉलर घटकर 528.37 अरब डॉलर पर आ गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। इसके पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। विदेशी मुद्रा भंडार में इस साल अगस्त के बाद से पहली बार किसी सप्ताह में बढ़ोतरी हुई थी। एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सार्वजनिक उच्च स्तर पर पर पहुंच गया था। देश का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले कई हफ्तों से लगातार कम हो रही है। दरअसल तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य में डॉलर के मुकाबले तेजी से गिरते रुपए को संभालने के लिए आरबीआई ने इस विदेशी मुद्रा भंडार के एक हिस्से का इस्तेमाल किया है। आरबीआई के साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, 14 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में फॉरेन करेंसी एसेट (एफसीए) 2.828 अरब डॉलर घटकर 468.668 अरब डॉलर रह गईं। एफसीए असल में समग्र भंडार का एक प्रमुख हिस्सा होता है।
डॉलर में बताई जाने वाली एफसीए में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल होता है। गोल्ड रिजर्व के मूल्य में 7 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान 1.35 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी जबकि 14 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में यह 1.502 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 37.453 अरब डॉलर रह गया। आरबीआई ने कहा कि स्पेशल ड्राइंग राइट 14.9 करोड़ डॉलर घटकर 17.433 अरब डॉलर रह गया है। वहीं समाप्त हुए सप्ताह में आईएमएफ के पास देश की रिजर्व स्थिति 2.3 करोड़ डॉलर घटकर 4.813 अरब डॉलर रह गई।