नई दिल्ली
नए साल यानी 1 जनवरी से एटीएम या कैश रिसाइक्लिर मशीन से कैश निकालना महंगा होने जा रहा है। एक जनवरी से ग्राहकों को फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन की सीमा पार करने के बाद अभी की तुलना में अधिक चार्ज देना होगा। जून के महीने में ही भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इसे लेकर शुल्क बढ़ाने की इजाजत दे दी थी। इस नए नियम को लेकर HDFC बैंक और एक्सिस बैंक ने एक बार फिर अपने ग्राहकों को याद दिलाया है।
बता दें कि अभी बैंक के एटीएम या कैश रिसाइक्लिर मशीन से फाइनेंशियल और नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन करने पर महीने में पहले 5 वित्तीय ट्रांजेक्शन फ्री होते हैं। इसके बाद 20 रुपये प्रति वित्तीय ट्रांजेक्शन का चार्ज लगता है। लेकिन 1 जनवरी 2022 से यह चार्ज 21 रुपये प्रति वित्तीय ट्रांजेक्शन होगा। मेट्रो शहरों में दूसरे बैंक के एटीएम से 3 ट्रांजेक्शन और नॉन-मेट्रो शहरों में दूसरे बैंक के एटीएम से 5 ट्रांजेक्शन अभी की तरह मुफ्त मिलते रहेंगे।
इस ट्रांजेक्शन चार्ज में जीएसटी शामिल नहीं है। यानी इस चार्ज के ऊपर जीएसटी भी लगेगा। बैंकों ने इस बारे में अपने ग्राहकों को सूचना भेजना पिछले माह से ही शुरू कर दिया था। इस बारे में बैंकों ने अपनी वेबसाइट पर भी सूचना डाली हुई है और मैसेज भी भेजे जा रहे हैं।
किसी भी बैंक के अपने एटीएम से सभी नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन फ्री होते हैं। लेकिन अगर किसी एक बैंक के कार्ड की मदद से किसी दूसरे बैंक के एटीएम से नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन किए जाएं तो ट्रांजेक्शंस की निर्धारिफ फ्री संख्या क्रॉस होने के बाद चार्ज लगता है। यह चार्ज अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग है। फाइनेंशियल ट्रांजेक्शंस में कैश निकासी आती है, जबकि नॉन फाइनेंशियल ट्रांजेक्शंस में बैलेंस इंक्वायरी, मिनी स्टेटमेंट और पिन चेंज करना शामिल है।