छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की गुरुवार से शुरुआत हो रही है। अब से कुछ देर में दोपहर 12 बजे रायपुर के इंडोर स्टेडियम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पारंपरिक खेलों के इस महाकुंभ का उद्घाटन करेंगे। ओलंपिक में गिल्ली-डंडा, कंचा, गेड़ी दौड़ जैसे 14 तरह के पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है। ग्रामीण परिवेश से जुड़े इन खेलों को लेकर संभवत: देश में पहली बार इतना बड़ा आयोजन होने जा रहा है। प्रतियोगिता गांव से लेकर राज्य तक 6 स्तरों पर होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल करेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को तवज्जो देने के लिए इस ओलंपिक को शुरू किया जा रहा है। जिसके चलते पारंपरिक खेल गांवों से निकल कर शहरों तक पहुंच सकें। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत राजीव युवा मितान क्लब स्तर से होगी। इसके बाद जोन स्तर, फिर विकासखंड, नगरीय क्लस्टर स्तर, जिला, संभाग और अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं होंगी। इस प्रतियोगिता में युवा से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हो सकते हैं।
इन तारीखों पर होंगी खेल प्रतियोगिताएं
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब स्तर के आयोजन 6 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक होंगे। वहीं जोन स्तर के 15 से 20 अक्टूबर तक खेले जाएंगे। विकासखंड स्तर पर 27 अक्टूबर से 10 नवंबर, जिला स्तर पर 17 से 26 नवंबर, संभाग स्तर पर 5 दिसंबर से 14 दिसंबर और राज्य स्तर पर अंतिम चरण में 28 दिसंबर से 6 जनवरी तक खेला जाएगा।
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हिस्सा ले सकेंगे। इसके लिए प्रतियोगिता को तीन वर्गों में बांटा गया है। पहले वर्ग में 18 साल तक, दूसरे में 18 से 40 और तीसरे वर्ग में 40 से अधिक उम्र के लोग शामिल हो सकेंगे। प्रतियोगिता में महिला और पुरुष दोनों वर्ग में प्रतिभागी होंगे।