’शिव’ का जादू बरकरार रहेगा, क्योंकि वे दिलों में बसे हैं…
Sumit Sharma
सुमित शर्मा 9425665690
18 साल तक मध्यप्रदेश की बागडोर संभालने वाले शिवराज सिंह चौहान भले ही मुख्यमंत्री पद पर नहीं हैं, लेकिन उनका वही जादू अब भी बरकरार है। शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश के युवा, महिला, गरीब, किसान सहित सभी वर्गों के दिलों में ऐसा स्थान बनाया है, जो कम से कम इस जन्म में तो उनको बाहर नहीं निकाल पाएगा। शिवराज प्रदेशवासियों के दिलों में बसते हैं तो प्रदेश का हरएक व्यक्ति भी शिवराज सिंह चौहान के दिल में बसा हुआ है। वे खुले मंचों से प्रदेश की जनता को अपना भगवान बताते रहे हैं और खुद को इस भगवान रूपी जनता का पुजारी भी कहते रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह जादू बुधवार को भी देखने को मिला। दरअसल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शपथ ग्रहण समारोह में जब शिवराज सिंह चौहान शामिल होने पहुंचे तो उनके काफिले को समर्थकों ने रोक लिया और हर तरफ से मामा… मामा.. मामा… की आवाज गूंजने लगी। हरकोई उनसे हाथ मिलाने को बेताब नजर आया तो वहीं हर तरफ से आवाज सुनाई दी कि मामा अब हमारा क्या होगा? शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के ऐसे मुख्यमंत्री के रूप में सामने आए, जिन्होंने मध्यप्रदेश की दिशा एवं दशा दोनों को बदला है। उन्होंने मध्यप्रदेश को जहां बीमारू राज्य से बाहर निकालकर एक प्रगतिशील राज्य की श्रेण ी में लाकर खड़ा कर दिया है तो वहीं उनकी जनकल्याणकारी योजनाओं ने भी प्रदेशवासियों की जीवन में खुशियां दीं। शिवराज में शुरू हुई लाडली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री विवाह-कन्यादान योजना और मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना ने बेटियों को बोझ से भार से बाहर निकाला तो वहीं महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी इन योजनाओं ने महत्ती जिम्मेदारियां निभाई। इसके साथ ही गरीबों, किसानों के कल्याण के लिए भी कई ऐसी योजनाएं चलाईं, जिन्होंने इनका जीवन बदल दिया। प्रदेश में कहीं विपदा आई, लोग मुसीबत में दिखे तो सबसे पहले पहुंचने वालों में शिवराज सिंह चौहान ही होते थे। अमीर-गरीब, छोटा-बड़ा में भेद नहीं करने की उनकी सहृदयता हमेशा चर्चाओं में रही। अब इन सब कार्यों की जिम्मेदारी प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पास रहेगी, लेकिन शिवराज सिंह चौहान की जमीनी स्तर वाली छवि ने उन्हें अब तक के सबसे श्रेष्ठ मुख्यमंत्रियों की श्रेणी में सबसे उपर लाकर खड़ा किया है। उनकी यह छवि हर किसी के दिल में बसी हुई है और इसको निकाल पाना भी इतना आसान नहीं होगा।