आगरा
उत्तर प्रदेश में चुनावी बिगुल बजते ही 49 जिलों में करीब साढ़े 24 लाख छात्रों के लैपटॉप-टैबलेट आचार संहिता में फंस गए हैं। सभी जनपदों में गैजेटस के वितरण पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन को चुनाव आयोग के निर्देशों का इंतजार है तो लाखों छात्रों की टैबलेट-मोबाइल मिलने की उम्मीदें ढेर हो गई हैं। उत्तर प्रदेश के 49 जिलों में करीब 2477008 छात्रों ने लैपटॉप-टेबलेट के लिए पंजीकरण कराए थे। पहले चरण में 31 दिसंबर तक प्रदेश के इन जिलों में 38140 छात्रों को लैपटॉप-टेबलेट बांटे जा चुके थे।
छात्रों को देने के लिए आए गैजेटस में से शेष का वितरण अब रोक दिया गया है। गैजेटस की चाह में छात्रों ने लाइनें लगायी थीं। विवि और कॉलेज के चक्कर भी काटे। मोबाइल पर चयनित होने का मैसेज भी आ गया। कुछ साथियों के हाथ में टैबलेट पहुंचे तो चेहरों पर उम्मीद की चमक और बढ़ गई। लेकिन आचार संहिता लगते ही उनकी उम्मीदें धूमिल हो गई हैं। बताया जा रहा है कि टैबलेट और मोबाइल की स्क्रीन पर पीएम मोदी और सीएम योगी के फोटो होने से यह योजना फिलहाल खटाई में पड़ गई है। पहले चरण में जनपदवार छात्रों को गैजेटस का वितरण प्रारंभ कर दिया गया था।