तेजी से बदलते फैशन के इस दौर में फैशन कम्युनिकेशन के क्षेत्र में भी अच्छी संभावनाएं हैं। एक फैशन कम्युनिकेशन एक्सपर्ट का काम अपने क्लाइंट या कंपनी की एक बेहतरीन छवि बनाता है। साथ ही वह अपने क्लाइंट के उत्पाद को टार्गेट कस्टमर्स तक सर्वोत्तम तरीके से पहुंचाता है। इतना ही नहीं, वह ब्रांड के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रचार के तरीकों पर भी नजर रखता है।जब भी फैशन इंडस्टी की बात होती है तो लोग फैशन डिजाइनर या मॉडल बनने की ही चाहत रखते हैं। लेकिन यह एक ऐसी इंडस्टी है, जिसमें पिछले काफी सालों में बदलाव आया है और इसी कारण अब इस क्षेत्र में करियर की नई संभावनाओं ने जन्म दिया है। फैशन इंडस्टी में एक ऐसा ही करियर है फैशन कम्युनिकेशन है। यह तेजी से उभरता क्षेत्र है और अब युवाओं का आकर्षण इस ओर बढ़ने लगा है।
संभावनाएं
फैशन कम्युनिकेशन का कोर्स करने के बाद आप फैशन डिजाइनर, ग्राफिक डिजाइनर, फैशन पत्रकार, प्रोफेसर, डिजाइन सहायक, फैशन सहायक, फैशन मार्केिटंग मैनेजर, फैशन एडिटर, फैशन फोटोग्राफर, कला निर्देश आदि भूमिकाएं अदा कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद कई इंडियन व इंटरनेशनल ब्रांड के साथ जुड़कर काम कर सकते हैं।
योग्यात
इसके लिए डिप्लोमा या बैचलर डिग्री की जरुरत रहती है। इसके बाद आप फैशन कम्युनिकेशन में ही मास्टर और डॉक्टरेट भी कर सकते हैं।
आमदनी
इस क्षेत्र में आमदनी आपके काम पर निर्भर करती है और अनुभव के साथ आमदनी भी बढ़ती है। वैसे शुरूआती दौर में आप सालाना 2 से 3 लाख रूपए आसानी से कमा सकते हैं।
क्या होता है काम
एक फैशन कम्युनिकेशन एक्सपर्ट को कई काम करने होते हैं। वह अपने क्लाइंट या कंपनी की एक बेहतरीन छवि बनाता है। साथ ही वह अपने क्लाइंट के उत्पाद को टार्गेट कस्टमर्स तक सर्वोत्तम तरीके से पहुंचाता है। इतना ही नहीं, वह ब्रांड के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रचार के तरीकों पर भी नजर रखता है। अपने क्लाइंट व बिजनेस हाउस की तरफ से मीडिया के साथ कम्युनिकेट व डील करते हैं। एक फैशन कम्युनिकेशन एक्सपर्ट डिजाइन लेआउट, वेब पेज और मल्टीमीडिया डिजाइन डेवलप करता है।
स्किल्स
इस क्षेत्र में आपकी मार्केटिंग स्टेटजी अच्छी होनी चाहिए। साथ ही आपमें कम्युनिकेशन व नेटवर्किंग स्किल्स भी बेहतरीन होने चाहिए, इसके बिना आपको अपने क्षेत्र में कठिन संघर्ष करना पड़ सकता है। वहीं इस क्षेत्र में डेडलाइन पर काम करना होता है, इसलिए आपको कई−कई घंटे लगातार काम करना पड़ता है। इसलिए अगर आपमें धैर्य व कठिन परिश्रम करने की क्षमता नहीं है तो आप इस क्षेत्र में नहीं टिक पाएंगे। इसके अतिरिक्त आपकी मौखिक व लिखित दोनों ही रूपों में अलग−अलग भाषा पर पकड़ अच्छी होनी चाहिए।
प्रमुख संस्थान
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, विभिन्न केन्द्र
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, गुजरात
सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे
इंस्टीट्यूट ऑफ अपैरल मैनेजमेंट, गुरूग्राम
जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, नई दिल्ली