इविवि: दूसरे दिन भी छात्रों का हंगामा, ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में रातभर धरना

 प्रयागराज

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी छात्रों का हंगामा जारी रहा। छात्र-छात्राओं ने अपनी मांग लेकर सुबह नौ बजे से परिसर का मुख्य गेट फिर बंद कर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। काफी इंतजार के बाद जब विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई वार्ता करने नहीं आया तो आक्रोशित छात्रों ने दोपहर बाद केपीयूसी गेट भी बंद करा दिया। रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल ने छात्रों से वार्ता की लेकिन विफल रही। छात्र जिद पर अड़े रहे। जिला, इविवि व पुलिस प्रशासन ने बैठक कर मामला सुलझाने के लिए डीन साइंस प्रो. शेखर श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय उच्चस्तरीय कमेटी बना दी। इसके बाद छात्रों ने गेट खोल दिया। छात्र पुन: परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पर धरने पर बैठ गए। छात्रों की भीड़ देखते हुए परिसर में काफी संख्या में पुलिस मुस्तैद रही।

विदित हो कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अप्रैल में स्नातक द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। इसके बाद से ही छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया। ऑनलाइन मोड में परीक्षा कराने की मांग लेकर छात्र-छात्राओं ने गुरुवार को परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पर जमकर हंगामा किया था। इसके बाद लाइब्रेरी गेट स्थित परिसर के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर दी। वहीं पर धरना देने लगे। रात नौ बजे छात्र वहां से उठकर पूरी रात परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के सामने धरने पर बैठे रहे। शुक्रवार सुबह नौ बजे मुख्य गेट पर फिर तालांबदी कर धरने पर बैठ गए। दोपहर तकरीबन ढाई बजे छात्रों ने केपीयूसी गेट पर भी तालाबंदी कर दी। वार्ता विफल रहने पर इविवि प्रशासन ने कमेटी गठित कर दी। इस पर तकरीबन छह बजे छात्र गेट खोलकर परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पर पुन: धरने पर बैठ गए। छात्रों ने कहा जब तक मांग मानी नहीं जाएगी धरना चलता रहेगा।

प्रो. शेखर श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कमेटी गठित : ऑफलाइन-ऑनलाइन कक्षा और परीक्षा के मसले को सुलझाने के लिए डीन साइंस प्रो. शेखर श्रीवास्तव की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है। कमेटी में डीन सीडीसी प्रो. पंकज कुमार, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. एस आई रिजवी, डीएसडब्लू प्रो. केपी सिंह, चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार, राजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल, प्रो. एचएस उपाध्याय, प्रो. केएन उत्तम, डॉ. प्रियमदा सदस्य हैं। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।

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