नई दिल्ली
रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने गुरुवार को कहा कि रेलवे में 1 लाख 24 हजार खाली पदों को भरे जाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए विभाग को 1 करोड़ 40 लाख से अधिक आवेदन मिले हैं। अभी रेलवे में 12 लाख से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स मैनुफैक्चरिंग में 22 लाख रोजगार हैं। मेक इन इंडिया के तहत ऐसा हुआ। ये रोजगार तीन गुना होने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास भ्रम फैलाने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है। रेलवे के निजीकरण की बात पूरी तरह बेमानी है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल संसद में पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि इसका सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि यूपी सहित देश के करीब 200 रेलवे स्टेशनों का वर्ष 2023 तक कायाकल्प किए जाने की योजना पर काम चल रहा है।
लखनऊ पहुंचे रेलमंत्री गुरुवार को भाजपा के राज्य मुख्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे। निजीकरण की बात को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि रेल की पटरी, बिजली के तार, कोच, इंजन, स्टेशन, सिग्नलिंग सहित सब कुछ तो सरकार का है। रेलवे को आज भी सरकार 53 फीसदी सब्सिडी दे रही है। 5500 करोड़ पेंशन और 9700 करोड़ वेतन पर खर्च हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन पुराने ढर्रे से बिल्कुल अलग है। उन्हीं की सोच के अनुरूप रेलवे स्टेशन से लेकर ट्रेन के कोच और पूरी तकनीक को बदला जा रहा है।
यूपी के 18 स्टेशनों के नए डिजाइन तैयार
यूपी के 18 स्टेशनों के नए डिजाइन तैयार हैं। रेलवे कैसे छोटे व्यापारियों के लिए मददगार बने, इस पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक रेलवे स्टेशन किसी शहर को बांटने वाली तर्ज पर बने हैं लेकिन अब उन्हें इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि वो शहर को आपस में जोड़ें। इसके लिए 40 मीटर से ज्यादा चौड़े पार पथ बनाए जा रहे हैं। रेलवे स्टेशनों अब साफ-सुथरे दिखते हैं।