रात को बालों में तेल लगा कर सोने से हो सकती है दिक्कत , जाने

बालों की खूबसूरती सही देखभाल से बढ़ती है। हालांकि, सही देखभाल कैसे और कब की जानी चाहिए, यह आप के बालों के टाइप पर निर्भर करता है। वहीं जब हम देखभाल की बात करते हैं तो उसमें कई मुख्य काम शामिल होते हैं, जिसमें ऑयलिंग मुख्य है। तेल लगाने से बालों को उचित पोषण मिलता है। यही नहीं ये हमारे हेयर केयर रूटीन का सबसे जरूरी हिस्सा माना जाता है।

हमारी दादी-नानी भी लंबे और स्वस्थ बालों के लिए तेल की मालिश करने की सलाह देती थी। इसी वजह से कई लोग ऑयलिंग करने के बाद रातभर के लिए उसे ऐसे ही छोड़ देते हैं और अगली सुबह हेयर वॉश करते हैं। बालों में रातभर तेल लगाकर रखना कई लोगों की आदत है, लेकिन क्या आपने सोचा है कि यह सही है या नहीं। हालांकि, लोगों की इसपर अलग-अलग राय है।

एक्सपर्ट के अनुसार, बालों में रातभर तेल लगाकर रखना सही नहीं है। दरअसल, आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. रेखा राधामणि ने इंस्टाग्राम पर इसे लेकर एक पोस्ट शेयर की है। इस पोस्ट के जरिए उन्होंने इससे जुड़ी जानकारी शेयर की है। उन्होंने बताया कि आखिर बालों में रात भर तेल लगाकर क्यों नहीं छोड़ना चाहिए।

​बढ़ सकती है कफ दोष की समस्या

आयुर्वेद में तीन तरह के दोष होते हैं, जिसमें वात, पित्त, और कफ शामिल हैं। ऐसे में रातभर बालों में तेल लगाकर छोड़ने से कफ दोष बढ़ सकता है। बता दें कि कफ दोष बढ़ने का मतलब है खुजली वाला स्कैल्प, ऑयली ड्रैंडफ, और ऑयली बाल आदि। यह सभी परेशानियां आपके बालों को जड़ से कमजोर बना सकती हैं।
एक्सपर्ट ने बताया बालों में तेल लगाने का सही तरीका

​तुरंत बालों को धोना है सही?

कई लोगों को ऐसा लगता है कि रातभर बालों में तेल लगाकर छोड़ने से हेयर ग्रोथ होती है। यही नहीं उन्हें लगता है कि इससे हेयर फॉल की समस्या भी रुक सकती है। यह सब कुछ एक मिथ है, जिसे आपको समझने की आवश्यकता है। आयुर्वेद में प्राचीन समय से बालों में तेल लगाने के तुरंत बाद हेयर वॉश करने की सलाह दी जाती है।

इतने मिनट से अधिक ना रखें बालों में तेल

एक्सपर्ट का मानना है कि आपके दोष इंबैलेंस के आधार पर बालों में तेल को 30-45 मिनट से ज्यादा समय तक नहीं छोड़ना चाहिए। जैसे ही आप तेल लगा लें, आपको कुछ मिनट बाद शॉवर ले लेना चाहिए। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट का कहना है कि यह सलाह केरल की आयुर्वेदिक पद्धतियों से मिली है। वह कहते हैं कि भारत की समृद्ध संस्कृति आयुर्वेद प्राचीन काल से हमारी संस्कृति के साथ बारीकी से जुड़ी हुई है।

​आयुवर्दे को करना पड़ा विरोध का सामना

एक्सपर्ट ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए बताया कि ब्रिटिश शासन से पहले भारत में आयुर्वेद का व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता था। यहां तक की आयुर्वेद सिद्धांतों और उपकरणों के साथ सीजेरियन सेक्शन और तो और यहां प्लास्टिक सर्जरी भी की जाती थी। हालांकि ब्रिटिश काल के दौरान आयुर्वेद को विरोध का सामना करना पड़ा। लेकिन केरल में 8 आयुर्वेद परिवार लगातार अंग्रेजों के विरोध का सामना करने के बावजूद अभ्यास करते रहे।

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