
होली का त्योहार बस कुछ ही दिनों में आने वाला है। इसकी तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। होली के दिन लोग एक-दूसरे को गुलाल लगाने और होली खेलने के अलावा अच्छी-अच्छी डिशेज भी खाते हैं और खासकर होली के दिन ठंडाई पीने का अलग ही मजा है। इस दिन खास ठंडाई बनाई जाती है लेकिन कई लोग ठंडाई को काफी बुरा मानते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि भांग की ठंडाई पीने से हमें नशे हो जाएंगे और यह हमारी सेहत के लिए भी हानिकारक होगा। तो चलिए आज हम आपके इस भ्रम को दूर करते हैं और आपको बताते हैं कि ठंडी-ठंडी ठंडाई होली में आपको किस तरह से फायदा पहुंचाती है…
होली के दिन दोपहर के वक्त बहुत गर्मी लगने लगती है और ऐसे में लोग कुछ ठंडा और रिफ्रेशिंग पीना चाहते हैं। ठंडाई आपको हाइड्रेट रखने के साथ ही आपके स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने का काम करती है।
होली पर तले-भुने पकवान खाने के बाद आपको एसिडिटी और पेट दर्द की समस्या से बचाने में ठंडाई बहुत फायदेमंद होती है, क्योंकि यह पेट संबंधित समस्याओं के लिए रामबाण हैं। इसमें ठंडा दूध, ड्राई फ्रूट्स, केसर इत्यादि मिलाया जाता है जो पेट को ठंडक पहुंचाता है।
ठंडाई हमारे दिमाग को भी ठंडक पहुंचाती है, क्योंकि इसमें केसर होता है जो एंटी डिप्रेशन और एंटी ऑक्सीडेंट के तौर पर काम करता है।
दूध और नट्स से बनी ठंडाई में फाइबर और प्रोटीन के अलावा कैल्शियम और दूसरे मिनरल्स से भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के लिए जरूरी होते हैं।
ठंडाई में मिलाई जाने वाली सौंफ जलन रोधी यानी कि anti-inflammatory प्रॉपर्टीज से भरपूर होती है। यह हमारे पेट की जलन को शांत करती है और अपच, पेट दर्द और गैस की समस्या को दूर करती है।
अपने इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए ठंडाई पीना बेहद फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इसमें एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत करने में की फैक्टर की भूमिका अदा करते हैं।
इतना ही नहीं ठंडाई में काफी सारा पिस्ता, बादाम, काजू और अन्य ड्राई फ्रूट्स मिलाएं जाते हैं, जिससे हमारे शरीर को ताकत मिलती है और ये हमें होली के दिन मौज मस्ती करने की एनर्जी देता है।
ठंडाई दो तरह की होती है- एक भांग वाली और एक बिना भांग वाली। कई लोग भांग की ठंडाई का सेवन नहीं करते क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे नशे हो जाते लेकिन अगर सीमित मात्रा में भांग का सेवन किया जाए तो यह आपके शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है।
भांग को साइंटेफिक भाषा में टेट्राहाइड्रोकार्बनबिनोल कहते हैं। जिसे लेने के बाद अजीब सी खुशी महसूस होती है। ये दिमाग को एक्टिव करता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, इसलिए भांग का इस्तेमाल दवा के रूप में भी किया जाता है। लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन नहीं करना चाहिए।