जानिए खतरनाक मंकीपॉक्स के लक्षण और बचाव के उपाय

कोरोना वायरस महामारी के बीच मंकीपॉक्स  भी तेजी से फैल रहा है। बेशक यह पुरानी बीमारी है लेकिन कुछ दिनों पहले इसका पहला मामला मिलने के बाद यह बहुत ही कम समय में बीस के करीब देशों में फैल गया है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने कहा है कि 20 देशों में मंकीपॉक्स के 131 पुष्ट मामले और 106 और संदिग्ध मामले हैं।

मंकीपॉक्स क्या है? यह एक दुर्लभ बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण के कारण होती है। मंकीपॉक्स वायरस Poxviridae परिवार में ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से संबंधित है। मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों के दर्द, पीठ दर्द, सूजी हुई लसीका ग्रंथियां, ठंड लगना और थकावट आदि शामिल हैं। बुखार आने के 1 से 3 दिनों के भीतर रोगी को एक दाने हो जाते हैं, जो अक्सर चेहरे पर शुरू होता है और फिर शरीर के अन्य भागों में फैल जाते हैं।

मंकीपॉक्स की खोज पहली बार 1958 में हुई थी जब शोध के लिए रखे गए बंदरों की कॉलोनियों में चेचक जैसी बीमारी के दो प्रकोप हुए थे, इसलिए इसका नाम 'मंकीपॉक्स' पड़ा। मंकीपॉक्स का पहला मानव मामला 1970 में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में दर्ज किया गया था। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने मंकीपॉक्स से बचने के उपाय बताए हैं।

जानवरों के संपर्क से बचें

उन जानवरों के संपर्क से बचें, जो वायरस को शरण दे सकते हैं। इसका मतलब है कि आपको उन जानवरों और लोगों के संपर्क में आने से बचना है, जो बीमार हैं या जो उन क्षेत्रों में मृत पाए गए हैं जहां मंकीपॉक्स होता है।

बीमार जानवर या इंसान की चीजों से दूरी बना लें

यह वायरस संक्रमित के और उसकी द्वारा इस्तेमाल की गई चीजों के जरिए भी फैलता है इसलिए आपको किसी बीमार जानवर के संपर्क में आने वाली किसी भी सामग्री, जैसे बिस्तर, के संपर्क में आने से बचना चाहिए।

संक्रमित रोगियों को अलग रखें

संक्रमित रोगियों को अन्य लोगों से अलग करें जिन्हें संक्रमण का खतरा हो सकता है। ध्यान रहे कि यह वायरस संक्रमित इंसान और जानवर से तुरंत फैलता है इसलिए अगर आपके आसपास कोई इससे संक्रमित है, तो उससे अन्य लोगों से अलग रखने की कोशिश करें।

साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें

संक्रमित जानवरों या मनुष्यों के संपर्क में आने के बाद हाथो को अच्छी तरह धोएं। उदाहरण के लिए, अपने हाथों को साबुन और पानी से धोना या अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करना बेहतर है।

PPE का इस्तेमाल करें

मरीजों की देखभाल करते समय व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) personal protective equipment (PPE) का प्रयोग करें। ध्यान रहे कि यह वायरस बीस के करीब देशों में फैल गया है इसलिए इसे गंभीरता से लें और कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।