जानिए क्या असर होता शरीर पर जब आप अलग-अलग रंग का खाना खाते है

खूब फल और खूब सब्जियां खाओ। हम सभी ने अपने जीवन में यह बातें कई बार सुनी होंगी। हमारे बड़े बुजुर्ग हमेशा ज्यादा से ज्यादा सब्जी और फल खाने पर जोर देते हैं। यहां तक की डॉक्टर्स द्वारा भी स्वस्थ और निरोगी काया के लिए फल और सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। बताने की जरूरत नहीं है कि ये दोनों ही हमारे आहार का अधिकांश हिस्सा बनाते हैं और शरीर की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद करते हैं। लेकिन अगर आप अपने भोजन में अलग-अलग रंग की सब्जी और फल शामिल कर लें, तो कैसा हो। इसे "रेनबो कॉन्सेप्ट" कहा जाता है।

यह एक बेहद साधारण सा कॉन्सेप्ट है, जिसमें आपको अपनी डाइट में इंद्रधनुष के हर रंग के खाद्य पदार्थ को शामिल करना होता है। रेनबो फूड खाने से आपको बेहतर परिणाम मिल सकते हैं, क्योंकि इसमें ज्यादातर खाद्य पदार्थ प्लांट बेस होते हैं। बता दें कि प्लांट बेस फूड में भोजन का प्राकृतिक रंग पोषक तत्वों के कारण ही होता है। हर रंग चाहे वह हरा हो, नीला हो, लाल हो या सफेद सभी का आपके शरीर पर अलग प्रभाव पड़ता है। रेनबो फूड खाने से आपके शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं। तो आइए जानते हैं कि आपको रेनबो फूड क्यों खाना चाहिए।

​क्यों जरूरी है रेनबो फूड खाना

रंगीन आहार फाइबर और पानी से भरपूर होता है, जिससे पाचन तंत्र और चयापचय को विनियमित करने में मदद मिलती है। हमारे लिए रेनबो फूड खाना क्यों जरूरी है, जानते हैं यहां-

    फल और सब्जियों के लाल रंग के लिए जिम्मेदार यौगिक लाइकोपिन मास्तिष्क , दिल, आंखों के स्वास्थ्य और प्रोस्टेट कैंसर को रोकने के लिए जरूरी है।
    नारंगी रंग के फलों और सब्जियों में आपके दिल को स्वस्थ रखने वाले और हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने वाले गुण जैसे एंटीऑक्सीडेंट, बीटा कैरोटीन, पोटेशियम और लाइकोपिन होते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट डीएनए को फ्री रेडिकल डैमेज से बचाते हैं।
    कई हरे रंग की सब्जियां आयरन से भरपूर होती हैं। साथ ही इनमें मौजूद कैल्शियम , मैग्नीयिायम और फोलेट हड्डियों और दिल के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं। हरे रंग की सब्जी से हमें एनर्जी के साथ डिटॉक्सीफिकेशन में भी हेल्प मिलती है।
    पीले रंग के फलों और सब्जियों में मौजूद विटामिन सी और बीटा कैरोटीन शरीर में पहुंचकर विटामिन ए में बदल जाता है और कैंसर जैसे रोग से लडऩे की क्षमता प्रदान करता है। इतना ही नहीं इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने और बीमारियों को दूर रखने में भी यह कारगार है।
    सफेद रंग के फल और सब्जी में हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल को कंट्र्रोल करने की बेहतरीन क्षमता होती है। यह सूजन और हाई बीपी को कम करने के लिए जाने जाते हैं।

​रेनबो फूड में कौन से खाद्य पदार्थ खाएं

रेनबो फूड में अलग-अलग रंग के फल और सब्जी शामिल होते हैं। हर रंग के फल की अपनी महत्ता होती है । तो जानते हैं कि इंद्रधनुष खाने में कौन-कौन से खाद्य पदार्थ शामिल हैं।

​हरा-

हरे रंग के फल और सब्जी दोनों ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। न्यूट्रियश्रल वैल्यू के हिसाब से देखें, तो हरे रंग का भोजन पोषक तत्वों से भरपूर होता है। हरे खाद्य पदार्थों में पालक, ब्रोकली, हरे अंगूर, हरी सेम का सेवन कर सकते ह

​नीला और बैंगनी-

नीले और बैंगनी रंग के फल थोड़े हैवी माने जाते हैं। इस रंग के फल और सब्जी में ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी, जामुन, पर्पल बैंगन शामिल हैं।

​नारंगी –

नारंगी रंग की सब्जी आपको तरोताजा महसूस कराती है। इस रंग के फल या सब्जी इम्यून सिस्टम को बूस्ट कर मेटाबॉलिज्म को भी तेज करती है। इस रंग के फल और सब्जियों के तौर पर आप संतरा, गाजर, कद्दू और आम खा सकते हैं।

​लाल-

लाल रंग के फल और सब्जियां जैसे टमाटर, तरबूज, मूली , स्ट्रॉबेरी , लाल मिर्च में पर्याप्त मात्रा में लाइकोपिन पाया जाता है। कैंसर, डायबिटीज और हृदय रोग से जुड़ी हर बीमारी से बचाव के लिए आप लाल रंग के खाद्य पदार्थों को अपनी प्लेट में शामिल कर सकते हैं।

​पीला-

पीले रंग के फल और सब्जियों में अनानास, नींबू, पीली शिमला मिर्च, स्वीट कॉर्न खाना फायदेमंद है। माना जाता है कि पीले रंग के खाद्य पदार्थ पाचन स्वास्थ्य को ठीक रहते हैं।

​सफेद और भूरा-

सफेद रंग के फल और सब्जियां जैसे केला, प्याज, लहसुन, मूली, मशरूम, आलू, भले ही अन्य खाद्य पदार्थों की तरह रंगीन न हो, लेकिन ये आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, सप्ताह में कम से कम दो से तीन बार हरे रंग का भोजन खाना चाहिए। हर दिन अलग-अलग रंग के फूड को अपने आहार में शामिल करके आप कई प्रकार के पोषक तत्व प्राप्त कर सकते हैं। दिन की शुरूआत फल और सब्जियों की 5 सर्विंग से करें। अपनी प्लेट में जितना ज्यादा हो सके, रंग शामिल करें। इससे आप स्वस्थ और तंदरूस्त रह सकते हैं।