चंडीगढ़
हरियाणा में कांग्रेस ने सोमवार को चिंतन शिविर किया, जिसमें पार्टी से ज्यादा चुनाव को लेकर बात हुई। यही नहीं 2024 के आम चुनाव और फिर उसके बाद विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस लीडरशिप की ओर से कई बड़े वादे भी किए गए। हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि यदि कांग्रेस की सरकार राज्य में आती है तो बुजुर्गों को 6,000 रुपये महीने की पेंशन दी जाएगी। इसके अलावा 300 यूनिट मुफ्त बिजली और 100 गज तक का प्लॉट भी गरीबों को मकान बनाने के लिए मिलेगा। खासतौर पर मकान बनाने का ऐलान सबसे बड़ा और अपनी तरह का पहला वादा है। अब तक किसी भी राज्य में किसी दल ने इस तरह का ऐलान नहीं किया था।
पंचकूला के एक होटल में आयोजित शिविर को संबोधित करते हुए भूपिंदर सिंह हुड्डा ने जातिगत जनगणना कराए जाने का भी समर्थन किया। उन्होंने ओबीसी क्रीमी लेयर में भी इजाफा किए जाने का ऐलान किया। हुड्डा ने कहा कि यह सीमा 6 से बढ़ाकर 10 लाख तक की जानी चाहिए। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि हम भाजपा और जजपा की सरकार को विदा करने तक चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की नई टीम का अगस्त में ही ऐलान कर दिया जाएगा। राज्यसभा सांसद दीपेंदर हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उत्साह से भरने के लिए उन तक पहुंचने के कार्यक्रम होने चाहिए। यही नहीं बैठक के दौरान किसानों के मुद्दों पर भी चर्चा हुई। रघबीर कादियान ने कहा कि सरकार को खेती से जुड़े मुद्दों के हल निकालने चाहिए। खासतौर पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देनी चाहिए। वहीं विधायक गीता भुक्कल ने दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को लेकर प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार में इन वर्गों की उपेक्षा हुई है। कादियान ने कहा कि इस सरकार के दौर में विधायक तक सुरक्षित नहीं हैं। इससे पता चलता है कि इस सरकार के एजेंडे में लोगों की सुरक्षा करना नहीं है। डीएसपी रैंक तक के अधिकारी दिनदहाड़े मार दिए जा रहे हैं।
चिंतन शिविर से नेताओं की दूरी ने बढ़ाई और चिंता
हालांकि इस बैठक में कांग्रेस खुद बंटी हुई नजर आई। हरियाणा में पार्टी की स्थिति सुधारने को आयोजित चिंतन शिविर से कई नेताओं के गायब रहने से चिंता और बढ़ गई। पार्टी के राज्य प्रभारी विवेक बंसल नहीं पहुंचे। कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि उन्हें आमंत्रित ही नहीं किया गया थ। इसके अलावा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला देश से बाहर हैं। यही नहीं विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी भी शिविर में नहीं पहुंचे। श्रुति तो प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। कहा गया कि दोनों के ही पहले से तय कार्यक्रम थे।