मुंबई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में शामिल एसपीजी कर्मियों ने कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कार से उतरने के लिए कह दिया. उद्धव ठाकरे, अपने बेटे और मंत्री आदित्य के साथ पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए कोलाबा में नौसेना के हेलीपोर्ट आईएनएस शिकरा गए थे.
बता दें कि पीएम मोदी आज राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पुणे से मुंबई आए हैं. यहां पीएम की अगवानी करने के लिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और सीएम उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे पहुंचे थे. सूत्रों के अनुसार, एसपीजी ने बताया कि आईएनएस शिखर बेस पर पीएम मोदी की अगवानी करने वाले वीआईपी की सूची में आदित्य का नाम नहीं था. उसके बाद आदित्य को सीएम की कार से नीचे उतरने के लिए कह दिया.
उद्धव ने दी सफाई, बोले- प्रोटोकॉल मंत्री की वजह से आए आदित्य
एसपीजी के इस व्यवहार के बाद सीएम उद्धव ठाकरे काफी परेशान देखे गए. उन्होंने तर्क दिया कि आदित्य सिर्फ उनके बेटे के रूप में नहीं थे, बल्कि प्रोटोकॉल मंत्री के तहत अगवानी करने आए हैं. बाद में सीएम उद्धव की कड़ी नाराजगी के बाद आदित्य ठाकरे को पीएम मोदी का स्वागत करने की अनुमति दी गई.
अजित पवार को भाषण देने की अनुमति नहीं मिली
वहीं, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में भाषण देने की अनुमति नहीं मिलने पर एनसीपी ने नाराजगी जताई है. पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने अमरावती में कहा कि ये महाराष्ट्र का अपमान है. सुप्रिया सुले और एनसीपी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बता दें कि पुणे के देहू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार एक ही मंच पर थे. यहां प्रधानमंत्री और देवेंद्र फडणवीस का मंच पर भाषण हुआ. लेकिन पुणे के पालक मंत्री और उपमुख्यमंत्री अजित पवार का भाषण नहीं होने पर सियासत गरमा गई. एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने इसे महाराष्ट्र का अपमान बताया और कहा- ये गंभीर बात है. राज्य के उपमुख्यमंत्री का अपमान है. प्रोटोकॉल के तहत उन्होंने प्रधानमंत्री को रिसीव किया और प्रोटोकॉल के तहत ही दिल्ली कार्यालय में भाषण के लिए चिट्ठी लिखी थी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया.