विकास दुबे का एक और इनामी मददगार गिरफ्तार

कानपुर
बिकरू कांड में एक दिन पहले जहां एक आरोपित जमानत लेकर बाहर आया है तो दूसरे दिन ही पुलिस ने विकास दुबे के एक और मददगार को गिरफ्तार करके जेल में संख्या बराबर कर दी है। पनकी थाना पुलिस ने बिकरू कांड में अभियुक्त को फरार होने में मदद करने वाले अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। उसपर पुलिस ने पच्चीस हजार रुपये का इनाम घोषित किया था और काफी समय उसकी तलाश कर रही थी। उसने ही विकास दुबे और उसके साथियों को भागने के लिए कार उपलब्ध कराई थी, पुलिस अब उससे फरार होने के समय की पूरी जानकारी के लिए पूछताछ कर रही है। चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे और उसके साथियों ने हमला कर दिया था। इस घटना में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी बलिदान हो गए थे। वारदात के बाद हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथी फरार हो गए थे। पुलिस ने दूसरे दिन दो साथियों को एनकाउंटर में मार दिया था, इसके बाद हमीरपुर, इटावा और पनकी में छिपे विकास के साथियों का एनकाउंटर किया था। वहीं मध्यप्रदेश में पकड़े जाने के बाद कानपुर लाते समय वाहन पलटने पर भागने का प्रयास कर रहे विकास दुबे को भी एनकाउंटर में मार दिया था। प्रकरण की जांच में वारदात के बाद विकास दुबे और उसके साथियों के कार से भागने की जानकारी मिली थी, उसे शिवली में रहने वाले अभिषेक उर्फ छोटू ने कार मुहैया कराई थी।

पुलिस को घटना के बाद से उसकी तालश थी, अर्से बाद भी पता नहीं चलने पर उसपर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पनकी थाना पुलिस ने शुक्रवार की रात मुखबिर से सूचना मिलने पर शिवली में दबिश देकर इनामी अभिषेक उर्फ छोटू को गिरफ्तार कर लिया। कानपुर देहात के शिवली कस्बा में रहने वाले छोटू ने बिकरू कांड के बाद विकास दुबे, उसके साथी अमर दुबे, प्रभात मिश्रा को पिता की कार से फरार कराने में मदद की थी। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि बहनोई के कहने पर उसने विकास और उसके साथियों को कार दी थी। इस दौरान विकास को असलहे भी मुहैया कराए गए थे। पनकी इंस्पेक्टर अंजन कुमार सिंह ने बताया कि बिकरू कांड में विकास के मददगार आरोपित को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है।