कोलकाता। आसनसोल में 12 अप्रैल को लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है। इस दौरान हिंसा की खबरें हैं। हुड़दंगियों ने भाजपा उम्मीदवार अग्निमित्र पॉल के काफिले को निकलने से रोका। पुलिस पर पथराव भी किया। यहां से तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने अभिनेता-राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि लोकसभा की एक सीट और चार राज्यों की चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए यह वोटिंग है। मतगणना 16 अप्रैल को होगी।
पश्चिम बंगाल की आसनसोल संसदीय सीट भाजपा के सांसद बाबुल सुप्रियो के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। वे तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 2019 में बीजेपी छोड़ने वाले शत्रुघ्न सिन्हा कुछ समय पहले ही TMC में शामिल हुए थे। उधर, उपचुनाव में बालीगंज से टीएमसी उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो ने सेंट्रल फोर्स का रवैया सही नहीं होने का आरोप लगाया है। बाबुल ने कहा कि उन्हें साउथ पोर्ट स्कूल के बूथ में घुसने नहीं दिया गया।
बांस और डंडों से पीटा
भाजपा उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल ने आरोप लगाया कि टीएमसी के लोगों ने उनके सुरक्षाकर्मियों को बांस के डंडों से पीटा। पॉल ने कहा कि ममता बनर्जी कितनी भी कोशिश कर लें, बीजेपी यहां जीत रही है। पॉल ने नादिया रेप मामले में भी टिप्पणी करते हुए कहा-मुझे शर्म आती है कि एक महिला और राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने शर्मनाक टिप्पणी की कि यह देखना होगा कि बलात्कार पीड़िता (नादिया नाबालिग बलात्कार और हत्या का मामला) का प्रेम संबंध था या वह गर्भवती थी।
आसनसोल लोकसभा सीट का गणित
1957 से 1967 तक आसनसोल लोकसभा सीट कांग्रेस के कब्जे में रही। 1967 से 1971 तक संयुक्ता सोशलिस्ट पार्टी ने इस पर शासन किया। 1971 से 1980 तक सीपीआई (एम) के कब्जे में रही। 1989 से 2014 तक यह सीट फिर सीपीआई (एम) के पास रही। 2014 के आम चुनावों में बीजेपी के बाबुल सुप्रियो यहां से चुने गए। 2019 में फिर से बाबुल सुप्रियो जीते। बता दें कि आसनसोल लोकसभा उपचुनाव के अलावा जिन चार राज्यों में विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हो हुई है, उनमें पश्चिम बंगाल में बालीगंज, छत्तीसगढ़ में खैरागढ़, बिहार में बोचहां और महाराष्ट्र का कोल्हापुर शामिल है।