नई दिल्ली
धर्मांतरण को लेकर भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या के एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया। हालांकि बाद में उन्होंने बिना शर्त अपना बयान वापस ले लिया। दरअसल कर्नाटक से भारतीय जनता पार्टी के सांसद तेजस्वी सूर्या ने उडुपी में एक कार्यक्रम में की गई टिप्पणी को "बिना शर्त वापस ले लिया" जिसमें उन्होंने "उन सभी लोगों के पुन: धर्मांतरण का आग्रह किया जो हिंदू धर्म से बाहर हो गए हैं।"
बिना शर्त वापस लिया बयान
सूर्या ने ट्वीट कर लिखा, "दो दिन पहले उडुपी श्रीकृष्ण मठ में आयोजित एक कार्यक्रम में, मैंने 'भारत में हिंदू पुनरुद्धार' विषय पर बात की थी। मेरे भाषण के कुछ बयानों ने खेदजनक रूप से एक विवाद पैदा कर दिया है। इसलिए मैं बिना शर्त बयान वापस लेता हूं।"
'मातृ धर्म छोड़ने वालों को वापस लाया जाए'
कर्नाटक के सांसद और भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने शनिवार को उडुपी के श्रीकृष्ण मठ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि जिन लोगों ने "अपने मातृ धर्म को छोड़ दिया है" उन्हें प्राथमिकता के आधार पर वापस लाया जाना चाहिए। बेंगलुरु दक्षिण से सांसद ने कहा, "हिंदुओं के पास एक ही विकल्प बचा है कि उन सभी लोगों को वापस लाया जाए जो हिंदू धर्म से बाहर हो गए हैं … जिन्होंने अपने मातृ धर्म को छोड़ दिया है, उन्हें वापस लाया जाना चाहिए।"
'मठों और मंदिरों को दिया जाए वार्षिक लक्ष्य'
कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान, सूर्या ने यह भी कहा कि मठों और मंदिरों को वार्षिक लक्ष्य दिया जाना चाहिए ताकि हिंदू धर्म छोड़ने वाले सभी लोगों का धर्म परिवर्तन किया जा सके। तेजस्वी सूर्या ने कहा था कि यह केवल मुसलमानों या ईसाइयों को पुन: परिवर्तित करने जैसा नहीं है, बल्कि आज के पाकिस्तान के मुसलमानों को हिंदू धर्म में परिवर्तित करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "क्योंकि जब ऐसा हो जाएगा तो हमारे भूगोल में पाकिस्तान वापस आ जाएगा।"