केंद्र को उम्मीद- इस साल के अंत तक कराए जा सकते हैं जम्मू-कश्मीर में चुनाव

जम्मू
 केंद्र सरकार को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक वह जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव करा लेगी. सूत्रों की मानें तो गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के साथ ही यह प्रक्रिया पूरी कराई जा सकती है. हिमाचल प्रदेश में विधानसभा का कार्यकाल 8 जनवरी और गुजरात में 18 फरवरी को पूरा हो रहा है. केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर  में अभी विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन की प्रक्रिया चल रही है.

परिसीमन आयोग जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपने वाला है. इसके बाद मतदाता सूचियां अपडेट की जाएंगी. यह प्रक्रिया जून-जुलाई तक पूरी हो सकती है. इसके बाद चुनाव आयोग सरकार और सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर जम्मू-कश्मीर में चुनाव का फैसला कर सकता है. नाम न छापने की शर्त पर ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ को उन्होंने बताया, ‘एक बार चुनाव हो जाएं तो जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा भी केंद्र पूरा कर देगा.’
 
रिपोर्ट के मसौदे पर आई आपत्तियों पर विचार कर रहा है परिसीमन आयोग
सूत्र बताते हैं कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन की शुरुआती रिपोर्ट का मसौदा तैयार हो चुका है. इस पर आम जनता और अन्य संबंधित पक्षों से सलाह, आपत्तियां आदि मांगी गईं थीं. वे भी मिल चुकी हैं. परिसीमन आयोग  उन पर विचार कर रहा है. इसके बाद अंतिम रिपोर्ट तैयार की जाएगी. गौरतलब है कि यह परिसीमन आयोग केंद्र सरकार ने 6 मार्च 2020 को बनाया था. इसे अंतिम रिपोर्ट देने के लिए 1 साल का वक्त दिया गया था. हालांकि इसकी समय-सीमा 2 बार बढ़ाई जा चुकी है. आयोग अगले हफ्ते राज्य में अगली सुनवाई करने वाला है.

मतदाता सूचियों की समीक्षा में लगेंगे 2 से 3 महीने
सूत्रों की मानें तो जस्टिस (रिटायर्ड) रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता वाला परिसीमन आयोगजैसे अपनी रिपोर्ट देता है, चुनाव आयोग मतदाता सूचियों की समीक्षा शुरू करा देगा.

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