सीएम गहलोत बोले – पहले कर्मचारियों की नाराजगी फिर मोदी लहर में गई थी सरकार

जयपुर

एआईसीसी की ओर राजस्थान कांग्रेस कमेटी का खुला अधिवेशन राजधानी जयपुर के बिड़ला सभागार में चल रहा है। अधिवेशन का आज रविवार को दूसरा सत्र है। सत्र के पहले दिन सीएम गहलोत ने अधिवेशन में पिछली दो सरकारें जाने के कारण भी गिना दिए। सीएम गहलोत ने कहा कि पहले कर्मचारियों की नारजगी और मोदी लहर के कारण कांग्रेस सरकार चली गई थी। सीएम ने स्वीकार किया कि 2003 के विधानसभा चुनावों में कर्मचारियों की नाराजगी भारी पड़ गई थी।

कर्मचारियों की चली थी लंबी हड़ताल
उल्लेखनीय है कि 2003 में कर्मचारियों की हड़ताल लंबी चली थी। जिसका सत्तारूढ़ दल कांग्रेस को चुनावों में नुकसान हुआ था। 1998 के चुनावों में 153 विधायकों के पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई गहलोत सरकार को 2003 के चुनाव में 56 सीटों पर सिमट गई थी।
 

सीएम बोले- 23 फरवरी को शानदार बजट पेश करेंगे
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पहली बार कर्मचारियों की नाराजगी की वजह से हम चुनाव हार गए थे। दूसरी बार मोदी लहर के कारण सरकार चली गई। इस बार हम ऐसी योजनाएं  लाए है जिससे  जनता को सीधा फायदा हो। राजस्थान पूरी तरह से बदल गया है। सुविधाओं का विस्तार हो गया। अधिवेशन में सबने अपने विचार रखे हैं। कांग्रेस पार्टी की अलग परिपाटी रही है। सीएम गहलोत ने कहा कि 3 साल अच्छा काम किया। 23 फरवरी को हम शानदार बजट पेश करेंगे। संगठन सरकार को प्रस्ताव देकर काम बताएं। कार्यकर्ताओं को लगेगा कि हमारी सरकार ने मांगे मान ली है। इस बार शानदार बजट पेश करेंगे। गहलोत सरकार रिपीट होगी। अधिवेशन का आज दूसरा सत्र है। जिसमें पार्टी के एआईसीसी और पीसीसी डेलीगेट्स शामिल होंगे।

कांग्रेस 153 से 56 सीटों पर सिमट गई थी
उल्लेखनीय है कि कर्मचारियों के चौतरफा विरोध का असर वर्ष 2003 के चुनावों पर साफ दिखाई दिया था।  हड़ताल और प्रदर्शन के दो साल बाद हुए चुनाव में कांग्रेस वापस सरकार नहीं बना पाई। 1998 के चुनाव में 153 विधायकों के पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस के अशोक गहलोत ने सरकार बनाई,लेकिन कांग्रेस का सफर 2003 के चुनाव में 56 सीटों पर थम गया। 1998 की तुलना में चुनाव में भाजपा को 87 सीटों की बढ़त मिली। भाजपा सरकार बनाने में सफल रही और वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री बनीं।