जयपुर
राजस्थान में बजरी और पत्थर का अवैध खनन एवं परिवहन बिना किसी रोकटोक के जारी है। पुलिस और खान विभाग ने अवैध खनन के खिलाफ टास्क फोर्स गठित कर रखी है । लेकिन टास्क फोर्स के अधिकारी माफियाओं तक पहुंचने के स्थान पर मजदूरों के खिलाफ कार्रवाई कर अपना रिकार्ड सरकार तक पहुंचा रहे हैं। इस बीच राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर प्रदेश के खान मंत्री प्रमोद जैन भाया को सबसे बड़ा खनन माफिया बताते हुए कहा कि यदि अवैध खनन रोकने के लिए एकमात्र भरतपुर के साधु द्वारा आत्मदाह का प्रयास ही सही मार्ग है तो मुझे भी इस कारगर मार्ग पर चलकर आप तक अपनी बात पहुंचानी होगी । कृपया इंतजार करें ।
उन्होंने कहा कि खान मंत्री खान मंत्री जंगल,जमीन और नालों में अवैध खनन करवा कर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। अवैध बजरी और पत्थर का खनन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में अवैध खनन पर नियंत्रण करना है तो पहले भाया को खान मंत्री पद से हटाना होगा। भरत सिंह लगातार भाया पर अवैध खनन को प्रोत्साहन देने का आरोप लगा रहे हैं। भरत सिंह ने भाया को खान मंत्री पद से हटाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को अब तक चार पत्र लिखे हैं। इनमें कहा कि जब खान मंत्री ही अवैध खनने करवाने में जुटे हैं तो इन धंधे पर लगाम लगाने के बारे में कैसे सोचा जा सकता है। इसलिए खान मंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए।
साढ़े तीन साल में बजरी माफियाओं ने किए 269 हमले
जानकारी के अनुसार प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के साढ़े तीन साल के कार्यकाल में बजरी माफियाओं ने कुल 269 हमले पुलिसकर्मियों,खान विभाग के कर्मचारियों और आम लोगों पर किए हैं। इन हमलों में 137 पुलिसकर्मी,54 खान और राजस्व विभाग के कर्मचारियों के साथ ही दो आम नागरिक घायल हुए हैं। बजरी माफियाओं के हमले में चार लोगों की मौत हुई है। पुलिस ने हमला करने वाले बजरी माफियाओं के लिए काम करने वाले 626 लोगों को गिरफ्तार कर 319 वाहन जब्त किए गए हैं। प्रशासन ने 153 प्रकरणों में न्यायालय में चालान पेश किया,वहीं पांच मामलों को जांच के बाद बंद कर दिया गया। वहीं111 मामलों में अभी जांच की जा रही है। बजरी माफियाओं द्वारा सबसे ज्यादा हमले टोंक,सवाईमाधोपुर और धौलपुर जिलों में किए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ( क्राइम) रवि प्रकाश मेहरड़ा का कहना है कि बजरी माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। अब तक दो लाख टन बजरी जब्त की गई है।
भरतपुर में दो पहाड़ियों पर नहीं होगा खनन
भरतपुर जिले की दो पहाड़ियों में अवैध खनन के खिलाफ 20 जुलाई को साधु विजय दास ने दो दिन पहले खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया । इसके बाद हरकत में आई सरकार ने बृहस्पतिवार देर शाम आदेश जारी कर दोनों पहाड़ियों को सरकार ने वन विभाग को स्थानानंतरित कर दी है। कुल 749 हेक्टेयर क्षेत्र में अब पेड़-पैधे उगाए जाएंगे। खनन कार्य पूरी तरह से बंद होगा। इस बीच आत्मदाह के प्रयास में 80 फीसदी से ज्यादा झुलसे विजय दास को पहले जयपुर के एसएमएस अस्पताल भर्ती करवाया गया था । वहां उनकी स्थिति ज्यादा बिगड़ी तो दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेजा गया है।