देश में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट, 24 घंटे में 2,38,018 नए केस

नई दिल्ली

भारत में कोरोना की संक्रमण दर थमती नजर आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में बीते 24 घंटों में कोरोना के 2,38,018 नए केस आए हैं। यह आंकड़ा एक दिन पहले से 20 हजार कम है। इसके अलवा मुंबई, दिल्ली और कोलकाता जैसे महानगरों में भी मरीजों में कमी देखी जा रही है। 24 घंटों में देशभर में 310 मरीजों की मौत हुई है। 1,57,421 मरीज ठीक हुए हैं। इस तरह देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 17,36,628 है। दैनिक पॉजिटिविटी रेट 14.43% है। भारत में अब तक ओमिक्रोन के 8,891 मरीज सामने आए हैं।

देश में ओमिक्रॉन के 8,891 केस

वहीं, देश में ओमिक्रॉन के केस बढ़कर 8,891 हो गए हैं. पिछले 24 घंटे में देश में ओमिक्रॉन के  8.31% केस बढ़े हैं. भारत में डेली पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 14.43% हो गया है. वहीं. वीकली पॉजिटिविटी रेट 14.92% है. देश में अब तक 158 करोड़ वैक्सीन की डोज लग चुकी हैं.

क्या है महाराष्ट्र और दिल्ली का हाल?

महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 31111 केस सामने आए हैं. रविवार की तुलना में 10 हजार कम केस मिले. इस दौरान राज्य में 24 लोगों की कोरोना से जान गई है. जबकि ओमिक्रॉन के 122 केस सामने आए हैं.

दिल्ली में भी कोरोना के मामले घटने लगे हैं. पिछले 24 घंटे के भीतर राष्ट्रीय राजधानी में 12,527 नए कोरोना मामले सामने आए हैं. जबकि 16 जनवरी यानी रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के 18,286 नए मामले दर्ज किए गए थे. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी कहा है कि दिल्ली में कोरोना के केस लगातार कम हो रहे हैं और इसकी वजह है, नाइट और वीकेंड कर्फ्यू. देश में एक तरह कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, तो दूसरी तरफ ICMR की गाइडलाइन के बाद टेस्टिंग में कमी से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भी कम होती नजर आ रही है.

महाराष्ट्र में भी घटे केस, लॉकडाउन से छूट की उम्मीद जगी

महाराष्ट्र में 2.67 लाख से अधिक सक्रिय केस हैं और यह देश की राज्य-वार सूची में सबसे ऊपर है, लेकिन अच्छी बात यह है कि हाल के दिनों में यहां नए केस में लगातार गिरावट आई है। रविवार को, महाराष्ट्र सरकार की COVID-19 टास्क फोर्स के एक डॉक्टर ने कहा था कि तीसरी लहर चरम पर पहुंच गई है। बीएमसी के आंकड़ों के मुताबिक पिछले चार दिनों से नए संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आ रही है।