नई दिल्ली
दिल्ली में कोरोना के केसों में लगातार कमी आ रही है। आंकड़े देखकर सरकार भी राहत की सांस ले रही है। दिल्ली में सोमवार को लगभग 14,000-15,000 नए मामले सामने आने की उम्मीद है, जो कि पिछले दिनों की तुलना में बहुत कम हैं। दिल्ली में कल कोरोना के 18,286 मामले आए थे और पॉजिटिविटी रेट 27.8% था। लगातार 4 दिनों से कोरोना के मामले कम आ रहे हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि राजधानी में रविवार को दर्ज की गई संख्या की तुलना में कोविड-19 के 4,000-5,000 कम मामले होने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में टीकाकरण अभियान को सोमवार को एक साल पूरा हो गया और अब तक कुल 2.85 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। जैन ने कहा कि शहर में कोविड के मामले कम हो रहे हैं और सोमवार को लगातार चौथा दिन होगा जब मामलों की संख्या पिछले दिन दर्ज किए गए मामलों की तुलना में कम होगी।
जैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सोमवार को ताजा मामले रविवार को दर्ज किए गए 18,000 से अधिक की तुलना में 4,000-5,000 कम होने की संभावना है। आज यह 13,000-14,000 के आसपास होने की उम्मीद है। टीकाकरण अभियान पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में 100 प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड वैक्सीन की पहली डोज दी गई है, जबकि दोनों डोज 80 प्रतिशत लक्षित लोगों को दी गई है। 1.28 लाख प्रिकॉशन डोज दी गई हैं। उन्होंने कहा कि 1.28 लाख प्रिकॉशन डोज में से लगभग 36,000 वरिष्ठ नागरिकों को, 60,000 फ्रंटलाइन वर्कर्स को और 32,000 स्वास्थ्य कर्मियों को दी गई हैं। वहीं, हरियाणा में कोरोना केसों में वृद्धि के लिए दिल्ली को जिम्मेदार ठहराए जाने के सवाल पर जैन ने कहा कि ये राजनीतिक बातें हैं, मैं यह भी बता सकता हूं कि दिल्ली में हरियाणा के कितने लोग पॉजिटिव हैं। दिल्ली के बाहर से प्रतिदिन 1,000 से अधिक COVID19 मामले सामने आ रहे हैं। बता दें कि, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए राजधानी दिल्ली में कोरोना मामलों में अनियंत्रित वृद्धि के लिए दिल्ली से सटे राज्य के 3 जिलों में उच्च संक्रमण दर को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि दिल्ली के आसपास होने के कारण हरियाणा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।
दिल्ली में कल कोरोना संक्रमण के 18,286 मामले सामने आए
दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 18,286 मामले सामने आए और 28 रोगियों की मौत हुई। इसके अलावा संक्रमण दर गिरावट के साथ 27.87 प्रतिशत रही, जो एक दिन पहले 30.64 प्रतिशत थी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। दिल्ली में शनिवार को संक्रमण के 20,718 मामले सामने आए थे और 30 रोगियों की मौत हुई थी। शनिवार को दिल्ली में केवल 65,621 नमूनों की कोविड-19 जांच की गई। शुक्रवार को 67,624 जबकि गुरुवार को 79,578 जांच की गई थीं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कल राजधानी में कोविड-19 की कथित 'कम' जांच की चिंताओं को दूर करने की कोशिश के तहत दावा किया कि यहां पर आईसीएमआर की सिफारिश से तीन गुना अधिक नमूनों की जांच की जा रही है। केंद्र सरकार के नए दिशानिर्देश के मुताबिक, बिना लक्षण वाले लोगों को जांच कराने की जरूरत नहीं है। साथ ही प्रयोगशाला की जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों को भी तब तक जांच कराने की जरूरत नहीं है जब तक उन्हें कोई लक्षण नहीं है या उनकी उम्र 60 साल से अधिक नहीं है। जैन ने कहा कि जांच के बारे में ये नए दिशानिर्देश सोच-समझकर जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की जांच की जानी चाहिए, उनकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की पाबंदियों ने कोविड-19 के प्रसार को प्रभावित किया है। हम पाबंदियों की समीक्षा करने से पहले तीन से चार दिनों तक स्थिति की निगरानी करेंगे। महामारी फैलने के बाद से दिल्ली में एक दिन में संक्रमण के सबसे अधिक मामले गुरुवार 13 जनवरी को सामने आए थे। गुरुवार को 28,867 लोग संक्रमित मिले थे। इसके अलावा 31 रोगियों की मौत हुई थी, जबकि संक्रमण दर 29.21 प्रतिशत थी।