कोरोना: तीसरी लहर ने दी दस्तक? दिल्ली से मुंबई तक बढ़ते मामलों पर जानें क्या बोल रहे हैं एक्सपर्ट

नई दिल्ली
देश में कोरोना वायरस के नए केसों में बुधवार को 44 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। एक ही दिन में 9,195 नए केस मिले हैं, जबकि रिकवर होने वाले लोगों की संख्या 7,347 ही रह गई। इसके चलते एक्टिव केसों की संख्या 77 हजार से ज्यादा हो गई है। यही नहीं ओमिक्रॉन वैरिएंट भी तेजी से बढ़ते हुए 781 तक पहुंच गया है। ऐसे में इस बात की आशंकाएं जताई जाने लगी हैं कि क्या देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। एक्सपर्ट्स और वैज्ञानिक अनुमानों के मुताबिक आने वाले दिनों में कोरोना वायरस के केसों में और तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि इसका असर पहली और दूसरी लहर के जितना घातक नहीं होगा। इसके अलावा यह लहर भी ज्यादा लंबी नहीं चलेगी। 2022 की शुरुआत में ही केसों का पीक देखने को मिल सकता है।

यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज के शोधकर्ताओं का कहना है कि भारत में दिसंबर के आखिरी सप्ताह से नए केसों में इजाफा देखने को मिलेगा।
आईआईटी कानपुर की स्टडी में कहा गया है कि भारत में तीसरी लहर का पीक 3 फरवरी, 2022 को आएगा। इस अनुमान के मुताबिक 15 दिसंबर से केसों में तेजी शुरू होकर फरवरी तक जारी रहेगी। इसके बाद गिरावट देखने को मिलेगी।
नेशनल कोरोना सुपरमॉडल कमिटी के मुताबिक अगले साल की शुरुआत में तीसरी लहर अपने पीक पर होगी। कमिटी के सदस्यों का कहना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट जब डेल्टा की जगह ले लेगा तो फिर केसों में इजाफा देखने को मिलेगा।
ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहली बार पहचाने करने वाली दक्षिण अफ्रीका की डॉक्टर एंजलिक कोएत्जी ने कहा कि भारत में इसके चलते मामले तेजी से बढ़ेंगे। हालांकि उन्होंने एक राहत की बात यह भी कही कि मरीजों में लक्षण मामूली ही रहेंगे। कोएत्जी ने कहा, 'भारत में ओमिक्रॉन के मामलों में तेजी से इजाफा होगा, लेकिन राहत की बात यह है कि पॉजिटिविटी रेट ज्यादा रहने के बाद भी मरीजों में लक्षण मामूली ही रहेंगे।'

क्या है दुनिया भर का हाल