8 मई तक साइक्लोन बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करेगा

हैदराबाद
चक्रवाती तूफान असानी (cyclonic storm Asani) अपनी असर दिखाने लगा है। देश के कई राज्यों का मौसम बिगड़ने लगा है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि 8 मई तक साइक्लोन बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करेगा। इस दौरान कई राज्यों में 75 किमी/ घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तूफान के असर से भारी बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र, हैदराबाद की निदेशक नागा रत्न ने कहा-तेलंगाना में अगले 3-4 दिनों के दौरान गरज और बिजली गिरने के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। कुछ जिलों में हवा की गति 30-40 किमी/घंटा रहने का अनुमान है। इसके बाद तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। ओडिशा में ‘असानी’ के खतरे से निपटने 18 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल(National Disaster Response Force) और ODRAF की 20 टीमें अलर्ट मोड पर हैं।

जानिए असानी का इफेक्ट
दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर शुक्रवार को बना एक कम दबाव का क्षेत्र एक चक्रवाती तूफान 'असानी' के रूप में विकसित होकर 10 मई को उत्तरी आंध्र-ओडिशा तट के करीब पहुंचेगा। (IMD) के अनुसार, संभव है कि ये बंगाल-बांग्लादेश तट की ओर बढ़ें या आंध्र-ओडिशा तट की ओर बढ़ता रहे या फिर कमजोर पड़ जाए। इसके बावजूद कोलकाता और दक्षिण बंगाल में 10 से 13 मई के बीच भारी बारिश हो सकती है।

ऐसा रहेगा आजकल का मौसम
स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, अगले 48 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। अगले दो दिनों तक अंडमान के साथ-साथ दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर भी समुद्र की स्थिति खराब रहेगी। पवन गति विवाह 40 से 50 किमी प्रति घंटे रह सकती है।

स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक के कुछ हिस्सों, तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभावित है। पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक और पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश संभव है। जबकि राजस्थान के कुछ हिस्सों में 7 मई तक लू शुरू हो सकती है।

जानिए किन वजहों से आ रहा मौसम में बदलाव
1. स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) के प्रभाव से, दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल(Troposphere) स्तर तक फैल रहा है। ऐसे निम्न दबाव के उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की उम्मीद है और अगले 48 घंटों में एक डिप्रेशन में सशक्त हो सकता है।

2. पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।

3. एक ट्रफ रेखा मध्य प्रदेश पर बने चक्रवाती परिसंचरण से विदर्भ, रायलसीमा और तमिलनाडु होते हुए कोमोरिन क्षेत्र तक फैली हुई है।

4. एक अन्य ट्रफ रेखा चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल होते हुए मेघालय तक फैली हुई है।