बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका को बेटियों ने दी मुखाग्नि, सेना ने दी 17 तोपों की सलामी

बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका को बेटियों ने दी मुखाग्नि, सेना ने दी 17 तोपों की सलामी

दिल्ली। सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत सभी जवानों का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। सुबह से ही सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। उनके आधिकारिक निवास कामराज मार्ग पर लगातार गणमान्य लोगों ने अंतिम दर्शन किए। सीडीएस रावत को तीनों सेना प्रमुखों ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उनके पार्थिव शरीर को गन कैरिएज पर रखकर उनकी अंतिम यात्रा बरार स्क्वायर पहुंची। बरार स्क्वायर पर उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई। जनरल रावत की दोनों बेटियों ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कई पूर्व सेना अध्यक्ष, फ्रांस, बांग्लादेश, भूटान के अलावा अन्य देशों के अधिकारी के साथ ही सेना के आठ सौ जवान मौजूद रहे। इससे पहले सुबह नौ बजे इसी हादसे में जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर का अंतिम संस्कार भी यहीं पर किया गया। ब्रिगेडियर लिड्डर को श्रद्धांजलि देने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सुबह ही श्मशान भूमि पहुंचे थे।