
चांद
कैमूर के चांद थाना क्षेत्र के हाटा-महदाइच मुख्य पथ में मुकवा व शहीद बाबा के मजार के मध्य कटकटैया पोखरा के पास रविवार की सुबह दो युवक मॉब लिंचिंग का शिकार होने से बच गए। दरअसल, चैनपुर थाना क्षेत्र के हाटा निवासी रामचरण चौहान एवं वीरेंद्र चौहान अपने घर से निकलकर चांद थाना क्षेत्र के हाटा-महदाइच मुख्य पथ से कहीं जा रहे थे। इसी दौरान उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई। इससे सड़क किनारे कतार में दलहन फसल काटने जा रही महिलाओं के दल में पीछे रही भागीरथी देवी को जोरदार धक्का मार दिया, जिससे वह सड़क पर गिर पड़ी। भागीरथी की चीख सुनकर महिलाओं ने पीछे मुड़कर देखा तो वह अवाक रह गईं और दौड़ पड़ीं। दोनों युवक जान बचाकर भागने के चक्कर में बाइक से और 12 महिलाओं को रौंदते हुए आगे निकलने लगे। लेकिन, 40 के झुंड की महिलाओं में से शेष ने उन्हें घेर लिया और पकड़कर धुनाई करने लगीं। घायल महिलाएं दर्द की पीड़ा से कराह रही थीं। कई महिलाएं खून से लथपथ थीं। हालांकि संयोग अच्छा था कि इसी दौरान रात्रि गश्ती में निकली चांद पुलिस टीम मौका-ए-वारदात पर पहुंच गई और दोनों युवकों को अपने कब्जे में लेकर महिलाओं को समझा-बुझाकर शांत किया। फिर सभी घायलों को इलाज के लिए चांद सीएचसी पहुंचाया।
घायल महिलाएं बोलीं
चांद अस्पताल में इलाज कराने पहुंचीं घायल लक्ष्मीना देवी व मुनिया देवी ने बताया कि हम सभी करीब 40 महिलाएं सड़क की बायीं ओर से कतार में जा रहे थे। पीछे से हाटा की ओर से तेज रफ्तार में आ रही बाइक ने सबसे पीछे रही भागीरथी में जोरदार धक्का मार दिया, जिससे वह सड़क पर गिरकर लहूलुहान हो गई। उसे बचाने के लिए हमलोग दौड़े तो भागने के चक्कर में बाइक चालकों ने 12 और महिलाओं को मोटरसाइकिल से धक्का मारकर घायल कर दिया। इस घटना में घायल 13 महिलाओं में से तीन की मौत हो चुकी है। शेष का इलाज चल रहा है। पूछने पर महिलाओं ने बताया कि वह अपने गांव तिवई से झुंड में निकली थीं। उन्हें मसूर फसल की कटनी करने नीबी व अइलाय गांव में जाना था।