नई दिल्ली
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजनीतिक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और उनसे संबंधित लोगों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालाय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड में लगभग 18 स्थानों पर छापेमारी की और 5.32 करोड़ रुपए नकद बरामद किए। इस मामले में साहिबगंज जिले, बरहेट और राजमहल जैसे शहरों में शुक्रवार को तलाशी शुरू की गई थी। ये जांच बरहरवा थाने में दर्ज टेंडर मैनेज करने से संबंधित मामले में मनी लाउंड्रिंग के आरोप में की गई।
अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान एक व्यक्ति के परिसरों से 5.32 करोड़ रुपये की नकदी तथा कई स्थानों से आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर तलाशी अब भी चल रही है। मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला राज्य पुलिस की एक प्राथमिकी से सामने आया और ED झारखंड में अवैध कोयला खदान संचालकों तथा टोल प्लाजा के ठेके देने में शामिल लोगों के बीच संबंधों की पड़ताल कर रही है।
ये मामला साहिबगंज के बरहरवा पुलिस स्टेशन में एक टोल टैक्स ठेकेदार की जून 2020 में की गई शिकायत से शुरू हुआ है। इस शिकायत में मिश्रा और सोरेन सरकार में एक मंत्री के निर्देश पर झड़प और कथित हमले का जिक्र भी है। ठेकेदार ने आरोप लगाया कि यह झड़प बरहरवा नगर पंचायत में प्रवेश करने वाले वाहनों से टोल टैक्स के लिए एक विवाद की वजह से की गई थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि मंत्री का भाई भी टेंडर के लिए कंप्टीशन में था और उसने एक फर्जी कंपनी के लिए ठेका हासिल करने के लिए ज्यादा बोली लगाकर टेंडर प्रक्रिया को डिस्टर्ब करने की कोशिश की थी।