मुंबई
सरकार आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर हर घर तिरंगा अभियान चला रही है। देशभर के लोगों से अपील की जा रही है कि वह अपने घर पर तिरंगा फहराएं। लेकिन अभियान के तहत घर पर तिरंगा फहराने की कोशिश में एक 65 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई है। यह हादसा महाराष्ट्र के पालघर स्थित जवाहर तालुका के राजेवाडी गांव में हुआ है। यहां 65 वर्षीय एक बुजुर्ग अपने घर पर शनिवार सुबह 7 बजे तिरंगा फहराने की कोशिश कर रहे थे, इसी दौरान फर्श की टाइल्स टूट गई, जिसकी वजह से वह नीचे गिर गए और उनकी मौत हो गई।
मृतक बुजुर्ग की पहचान लक्ष्मण शिंदे के रूप में हुई है। वह महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड से रिटायर्ट कर्मचारी हैं। वह पांच साल पहले रिटायर हो गए थे। वह अपने गांव में काफी सम्मानित और जानेमाने व्यक्ति थे। जब वह घर की छत से नीचे गिरे तो घर पर उनकी पत्नी और बेटी थीं। गौर करने वाली बात है कि इस गांव में हर घर तिरंगा अभियान तो पहुंच गया है लेकिन यहां रह रहे लोगों को अभी भी मौलिक सुविधाएं नहीं मिल सकी है। लोग अभी भी सड़क और अस्पताल जैसी मूलभूत सुविधाओं की राह जोख रहे हैं।
शिंदे को हादसे के बाद एक नहीं बल्कि तीन अस्पताल ने अलग-अलग जगह रेफर किया। अस्पताल में जरूरी सुविधाएं नहीं होने की वजह से उन्हें दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पहले उन्हें नंदगांव पीएचसी में भर्ती कराया गया, यहां के बाद जवाहर हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन यहां भी उन्हें इलाज नहीं मिल सका औऱ उन्हें नासिक सिविक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन यहां उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
जवाहर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अप्पासाहेब लेंगरे ने बताया कि वह इस मामले में एक्सिडेंटल डेथ का केस दर्ज करेंगे। गांववालों का कहना है कि हमे हर घर तिरंगा अभियान से ज्यादा सड़क, एंबुलेंस, अस्पताल की जरूरत है। आजादी के 75 साल बाद भी हम बांस से बने पुल पर चढ़कर नदी पार कर रहे हैं। पिछले महीने एक बुजुर्ग के पैर में चोट आ गई थी, लेकिन एंबुलेंस नहीं होने की वजह से उन्हें बांस से बनी डोली में नदी पार करके ले जाना पड़ा।