पणजी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को गोवा पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी सीधे पणजी में आजाद मैदान पहुंचे, जहां उन्होंने शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं मीरामार बीच पर गोवा लिबरेशन डे (गोवा मुक्ति दिवस ) के अवसर पर आयोजित सेल परेड और फ्लाईपास्ट में हिस्सा लिया। इसके बाद श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में आयोजित गोवा मुक्ति दिवस समारोह में मोदी शामिल हुए।
कार्यक्रम में शामिल होकर मोदी ने गोवा मुक्ति दिवस महोत्सव में ऑपरेशन विजय के स्वतंत्रता सेनानियों और वरिष्ठ योद्धाओं को सम्मानित किया। याद रहे कि तटीय राज्य गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से चलाए गए 'ऑपरेशन विजय' चलाया गया था, जिसको हर साल गोवा मुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि गोवा एक ऐसे समय में पुर्तगाल के अधीन गया था, जब देश के दूसरे बड़े भूभाग में मुगलों की सल्तनत थी। उसके बाद कितने ही सियासी तूफान इस देश ने देखे लेकिन समय और सत्ताओं की उठापटक के बीच सदियों की दूरियों के बाद भी ना गोवा अपनी भारतीयता को भूला ना भारत अपने गोवा को भूला। गोवा मुक्ति दिवस महोत्सव में मोदी ने कहा कि भारत एक ऐसा भाव है, जहां राष्ट्र 'स्व' से ऊपर होता है, सर्वोपरि होता है। जहां एक ही मंत्र होता है- राष्ट्र प्रथम। जहां एक ही संकल्प होता है- एक भारत, श्रेष्ठ भारत।
वहीं प्रधानमंत्री ने पुनर्निमित फोर्ट अगुआड़ा कारागार संग्रहालय, गोवा चिकित्सा महाविद्यालय में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक, न्यू साउथ गोवा जिला अस्पताल, मोपा हवाई अड्डे पर विमानन कौशल विकास केंद्र और डावोरलिम-नावेलिम, मडगांव में गैस इंसुलेटेड उपकेंद्र का भी उद्घाटन किया। गोवा में आगामी चुनावों के मद्देनजर पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि लगभग सभी पार्टियों ने गोवा के सियासी रण में अपनी पूरी ताकत झोंक की है। ऐसे में अब पीएम मोदी ये कार्यक्रम भी कई मायने में काफी खास है।