मुंबई
महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने राज्य में बिगड़ते राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के बागियों को पार्टी छोड़ने और चुनाव का सामना करने की चुनौती दी है। उन्होंने भाजपा शासित असम में डेरा डाले हुए विधायकों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि सीधी लड़ाई में आइए। मालूम हो कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह लगभग एक सप्ताह से जारी है। आदित्य ठाकरे ने कहा, "अगर आप में हिम्मत है तो शिवसेना को छोड़िए और लड़ाई कीजिए। अगर आपको लगता है कि हमने जो किया है वह गलत है। सीएम उद्धव ठाकरे का नेतृत्व गलत है और हम सभी गलत हैं, तो इस्तीफा दें और चुनाव का सामना करें। हम तैयार हैं।"
'विधायकों पर खर्च किया जा रहा पैसा'
शिवसेना नेता ने कहा, "दुख है कि जिस असम में बाढ़ आई है, जहां लोगों के लिए रहने के लिए जगह नहीं है वहां विधायकों पर पैसा खर्च किया जा रहा है। यह बात लोगों को सोचनी चाहिए। इस देश में लोकशाही है या नहीं यह भी सोचना जरूरी है क्योंकि यह (BJP) इसको विकल्प की तरह ले रहे हैं।"
'यह सच और झूठ के बीच की लड़ाई'
ठाकरे ने कल मुंबई में समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा था कि आप यहां खड़े लोगों को देखें, वे यहां महाराष्ट्र में प्रचार नहीं कर पाएंगे। उन्होंने पहले संकट को सच और झूठ के बीच की लड़ाई करार दिया था। उन्होंने कहा कि हम शिवसेना के बागी विधायकों के विश्वासघात को नहीं भूलेंगे। हम निश्चित रूप से जीतेंगे।
गिरने की कगार पर महा विकास अघाड़ी सरकार
बागी नेता एकनाथ शिंदे ने लगभग 40 शिवसेना विधायकों के समर्थन का दावा किया है। महा विकास अघाड़ी सरकार गिरने की कगार पर है। विद्रोही गुट ने शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ शिवसेना के गठबंधन को अप्राकृतिक करार दिया है और मांग की है कि बालासाहेब ठाकरे की ओर से स्थापित पार्टी भाजपा के साथ अपना गठबंधन बहाल करे। शिवसेना ने शिंदे सहित अपने 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की है और उन्हें नोटिस दिया गया है।