UN में तीसरी बार भी भारत रहा वोटिंग से गैर-हाजिर, मोदी सरकार के रूख पर अमेरिका की बड़ी प्रतिक्रिया

कीव/मॉस्को/न्यूयॉर्क
यूक्रेन में भारी बमबारी के बीच रूस ने अपना ऑपरेशन और तेज कर दिया है और सैटेलाइट तस्वीरों में रूसी सैनिकों का 64 किलोमीटर लंबा काफिला नजर आ रहा है, लेकिन यूक्रेन की तरफ से भी रूस को करारा जवाब दिया जा रहा है। यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके दूसरे सबसे बड़े शबर खारकीव में भीषण जंग जारी है और यूनाइटेड नेशंस के अलग अलग फोरम पर भी यूक्रेन युद्ध पर चर्चा हो रही है। वहीं, लगातार तीसरी बार भी भारत वोटिंग से गैर-हाजिर रहा है, जिसको लेकर अमेरिका की तरफ से बड़ी प्रतिक्रिया दी गई है।

यूएनएचआरसी में वोटिंग
यूक्रेन युद्ध को लेकर यूनाइटेड नेशंस ह्यमन रिसोर्स काउंसिल ने तत्काल मीटिंग बुलाने का प्रस्ताव रखा था, जिसमें भारत ने एक बार फिर से तटस्थ रहने का फैसला किया। वहीं, मीटिंग बुलाए जाने के पक्ष में 29 देशों ने वोट किया, जबकि मीटिंग बुलाए जाने के खिलाफ पांच देशों ने वोट डाला, जबकि भारत और चीन समेत 13 देश वोटिंग से गैर हाजिर रहे।

UNSC में भारत की दो टूक
UNSC में भारत ने कहा है कि, वह यूक्रेन में बिगड़ती स्थिति पर काफी चिंतित है और हिंसा को तत्काल समाप्त करने और शत्रुता को समाप्त करने के अपने आह्वान को दोहराता है। भारत ने कहा कि, सभी मतभेदों को केवल ईमानदार, ईमानदार और निरंतर बातचीत के माध्यम से ही खत्म किया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने सोमवार को यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक दुर्लभ आपातकालीन विशेष सत्र में कहा कि, नई दिल्ली यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को तत्काल और तत्काल निकालने के प्रयास करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

कूटनीति पर ही विश्वास
भारत ने यूनाइटेड नेशंस में एक बार फिर से साफ तौर पर कहा है कि, यूक्रेन युद्ध से भारत काफी चिंतित है। भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरूमूर्ति ने कहा कि, "भारत इस बात से बहुत चिंतित है कि यूक्रेन में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। हम हिंसा को तत्काल समाप्त करने और शत्रुता समाप्त करने के अपने आह्वान को दोहराते हैं''। उन्होंने कहा, "मेरी सरकार का दृढ़ विश्वास है कि कूटनीति के रास्ते पर लौटने के अलावा और कोई चारा नहीं है।" भारत ने कहा कि, यूक्रेन में तत्काल और दबाव वाली मानवीय स्थिति विकसित हो रही है। उन्होंने कहा कि, "भारत उन भारतीय नागरिकों के तत्काल और तत्काल निकासी के प्रयास करने के लिए जो कुछ भी कर सकता है वह कर रहा है जो अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। बड़ी संख्या में छात्रों सहित भारतीय नागरिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।" उन्होंने कहा कि, सीमा पार की जटिल और अनिश्चित स्थिति लोगों की निर्बाध और अनुमानित आवाजाही पर "प्रतिकूल प्रभाव" डाल रही है।

भारत के गैरहाजिर रहने पर बोला अमेरिका
यूक्रेन युद्ध पर भारत के बार बार यूनाइटेड नेशंस से गैर-हाजिर रहने पर अमेरिका की तरफ से बड़ी प्रतिक्रिया आई है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि, अमेरिका के भारत के साथ बहुत करीबी संबंध हैं और वह भारतीय भागीदारों के साथ नियमित रूप से जुड़ा हुआ है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता नेड प्राइस, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत के अनुपस्थित रहने पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे।