नई दिल्ली
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कई अहम ऐलान किए हैं। एक अहम बैठक के बाद इसमें लिए फैसलों की जानकारी देते हुए दास ने कहा कि फिलहाल खाने-पीने की चीजों के दामों में कमी आने के उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में खाने पीने की चीजों की बढ़ती कीमतों का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
शक्तिकांत दास ने कहा कि मार्च 2022 में खुदरा महंगाई दर तेजी से बढ़ी और 7 फीसदी पर पहुंच गई। जब खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़े तो खुदरा महंगाई तेजी से बढ़ी है। इसके अलावा यूक्रेन-रूस के युद्ध ने भी इस पर प्रभाव डाला है, क्योंकि गेहूं समेत कई अनाजों के दाम बढ़ गए हैं। बता दें कि अप्रैल महीने में महंगाई आरबीआई के पूर्वानुमान से काफी ऊपर रही है।
आरबीआई गवर्नर ने नीतिगत ब्याज दरों में बढ़ोतरी का भी ऐलान कर दिया है, जिससे लोन महंगे हो जाएंगे। आरबीआई ने तत्काल प्रभाव से नीतिगत रेपो दरों में 40 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है। दरें बढ़ने के बद अब होम, ऑटो और पार्सनल लोन महंगे हो जाएंगे और ईएमआई का बोझ बढ़ जाएगा। आरबीआई गवर्नर के मुताबिक आरबीआई और एमपीसी भारतीय अर्थव्यवस्था को मौजूदा भू-राजनीतिक संकट से निपटने में मदद कर रहे हैं। मार्च 2022 में हेडलाइन CPI मुद्रास्फीति में 7% की तेजी खाद्य मुद्रास्फीति से प्रेरित थी। इसके अलावा मार्च के महीने में 12 में से 9 खाद्य उपसमूहों में मुद्रास्फीति में वृद्धि दर्ज की।