जालंधर: कूड़े को खाद में ना बदलने वाले संस्थानों पर आज भी चलेगा निगम का डंडा

जालंधर
नगर निगम मंगलवार को भी बल्क वेस्ट जनरेटरों पर कार्रवाई करेगा। इससे पहले सोमवार को रोजाना 50 किलो से अधिक कूड़ा पैदा करने वाले संस्थानों पर कार्रवाई की गई थी। इन्होंने इस कूड़े को खाद में बदलने का कोई इंतजाम नहीं किया था। मंगलवार को भी बड़े संस्थानों में शामिल होटलों, रेस्टोरेंट, पैलेस और अस्पतालों पर कार्रवाई की तैयारी है।

कूड़े को अपने परिसर में ही खाद में बदलना जरूरी
बता दें कि, नगर निगम ने एक महीना पहले शहर में सर्वे किया था, जिसमें 300 से ज्यादा बल्क वेस्ट जनरेटर रजिस्टर्ड हुए थे। इन सभी के लिए कूड़े को अपने परिसर में ही खाद में बदलना जरूरी है। इसके लिए विभिन्न तरह की तकनीक अपनाई जा सकती है। दो साल पहले के सर्वे में सिर्फ 60 से 70 संस्थान ही रजिस्टर्ड हुए थे, लेकिन अब इनकी गिनती काफी बढ़ गई है। इसमें स्कूल, कालेज और सरकारी दफ्तरों को भी शामिल किया गया है।

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर सख्त
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर सख्त है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की मानिटरिंग कमिटी के चेयरमैन रिटायर्ड जस्टिस जसवीर सिंह ने आदेश जारी कर दिए हैं कि 30 सितंबर तक सभी बल्क वेस्ट जनरेटर अपने-अपने संस्थान में कूड़े को खाद में बदलने का इंतजाम करें। अगर ऐसा नहीं हुआ तो इस स्थिति में इन संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

30 सितंबर तक निगम की कार्रवाई जारी रहेगी
नगर निगम के हेल्थ अफसर डाक्टर श्री कृष्ण शर्मा ने कहा कि 30 सितंबर तक यह कार्रवाई जारी रहेगी। सभी संस्थानों को कूड़े को खत्म करने का इंतजाम करना होगा। 30 सितंबर तक जो संस्थान कूड़े को खाद में करने का इंतजाम नहीं करेंगे उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।