जम्मू कश्मीर के DGP बोले, जरूरत पड़ी तो एक बार फिर से कश्मीर फाइल्स को खोला जा सकता है

श्रीनगर
बड़े पर्दे पर रिलीज हुई फिल्म द कश्मीर फाइल्स लगातार चर्चा में बनी हुई है। फिल्म में कश्मीरी पंडितों के विस्थापन को दिखाया गया है। फिल्म की रिलीज के बाद एक बार फिर से कश्मीरी पंडितों को इंसाफ दिलाने की मांग हो रही है, उन्हें फिर से कश्मीर में उनके घर वापस दिए जाने की मांग उठ रही है। इस बीच जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने मंगलवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो कश्मीरी पंडितों के 1990 में हुए विस्थापन के मामले को एक बार फिर से खोला जा सकता है। हम कश्मीर फाइल्स को देखेंगे, अगर इसमे कुछ विशेष बात सामने आई तो हम इसे फिर से खोलेंगे।
 

डीजीपी ने कहा कि हम आतंकवाद से जुड़े किसी भी मुद्दे का पीछा करते हैं और आगे भी करते रहेंगे। जो भी आतंकी किसी अपराध के लिए जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। बता दें कि दिलबाग सिंह का यह बयान फिल्म कश्मीर फाइल्स को लेकर हो रही चर्चा के बीच आया है। फिल्म में किस तरह से आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया, उनके साथ हिंसा की उसे दर्शाया गया है। वहीं इस पूरे मुद्दे पर जम्मू कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद ने कहा कि अगर ये सभी मामले किसी निष्कर्स पर पहुंचते हैं तो इससे आतंकवाद से पीड़ित लोगों के लिए इससे बड़ा कुछ नहीं हो सकता है।
 

बता दें कि 11 मार्च को द कश्मीर फाइल्स फिल्म को रिलीज किया गया था। फिल्म में अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी और अन्य कलाकार हैं। फिल्म को विवेक अग्निहोत्री ने लिखा है और निर्देश भी उन्ही ने किया है। फिल्म को जी स्टूडियो ने प्रोड्यूस किया गया है। अधिकतर भाजपा शासित राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है। भाजपा सांसद सुशील मोदी ने भी राज्यसभा में इस मामले पर चर्चा के लिए शून्य काल का नोटिस दिया था, उन्होंने मांग की है कि फिल्म पर सेंट्रल जीएसटी को खत्म किया जाए। फिल्म को हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, त्रिपुरा, गोवा, उत्तराखंड और अन्य राज्यों में टैक्स फ्री कर दिया गया है।

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