नई दिल्ली
दिल्ली के तीन नगर निकाय चुनावों की तारीखों की घोषणा में देरी के बाद, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को आरोप लगाया कि चुनाव आयोग केंद्र में भाजपा द्वारा 'डरा हुआ' और 'दबाव में' था। विकास को 'लोकतंत्र की हत्या' बताते हुए, मनीष सिसोदिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "चुनाव आयोग केंद्र में भाजपा से डर गया था। ऐसे संविधान कैसे बचेगा? केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग पर दबाव डाला और उन्होंने चुनावों के घोषणा को रोक दिया।
इसके अलावा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में भाजपा के पिछले 15 वर्षों में भ्रष्टाचार के रूप में चिह्नित किया गया है। जैसा कि AAP 272 में से 250 सीटें जीतेगी, भाजपा घबरा गई और तारीख को स्थगित कर दिया (नगर निगम चुनावों की घोषणा)। भाजपा चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं कर रही है। दिल्ली राज्य चुनाव आयुक्त (एसईसी) एसके श्रीवास्तव ने निकाय चुनावों की तारीखों की घोषणा को टालते हुए कहा कि केंद्र दिल्ली नगर निगमों का पुनर्गठन और एकीकरण करना चाहता है। दिल्ली एमसीडी चुनाव: राज्य चुनाव आयुक्त ने कहा- 18 मई से पहले कराएंगे इलेक्शनदिल्ली एमसीडी चुनाव: राज्य चुनाव आयुक्त ने कहा- 18 मई से पहले कराएंगे इलेक्शन इसके जवाब में सिसोदिया ने कहा, ''दिल्ली सरकार को निगमों के एकीकरण को लेकर केंद्र सरकार से कोई प्रस्ताव या सूचना नहीं मिली है।''
इससे पहले, एमसीडी चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा एसईसी द्वारा 9 मार्च की शाम 5 बजे की जानी थी। उन्होंने कहा, "हम तारीखों की घोषणा करने वाले थे, लेकिन अब उन्हें घोषित करने में पांच-सात दिन लगेंगे।" वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भाजपा भाग गयी। MCD चुनाव टाल दिया, हार मान ली। दिल्ली वाले खूब ग़ुस्सा हैं। कह रहे हैं इनकी हिम्मत कि चुनाव ना करायें? अब इनकी ज़मानत ज़ब्त करायेंगे। हमारे सर्वे में अभी 272 में से 250 सीट आ रहीं थीं। अब 260 से ज़्यादा आएँगी पर चुनाव आयोग को भाजपा के दबाव में नहीं आना चाहिए था बताया गया है कि राज्य चुनाव आयोग ने दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए सभी तैयारी पूरी कर चुका है। चुनाव आयोग नगर निगमों के चुनाव के लिए सभी स्थानीय निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से मतदान केंद्रों की ड्राफ्ट सूची भी जारी कर चुका है। बता दें कि दिल्ली में नगर निगम में बीते कुछ चुनावों में भारतीय जनता पार्टी का दबदबा रहा है। इस चुनाव में भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में मुख्य मुकाबला माना जा रहा है।