मैदान की तुलना में पहाड़ के जिलों में ज्यादा संक्रमण;एसडीसी रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे

देहरादून
उत्तराखंड में पिछले सप्ताह कोरोना संक्रमण की दर 10 प्रतिशत से अधिक रही है। एसडीसी फाउंडेशन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 24 जनवरी से 30 जनवरी के दौरान एक सप्ताह में नैनीताल में सबसे अधिक 23 प्रतिशत से अधिक की संक्रमण दर रही। रुद्रप्रयाग में 20, उत्तरकाशी में 15, पिथौरागढ़ में 14, पौड़ी में 13 प्रतिशत की संक्रमण की दर रही है। पिछले सप्ताह राज्य में सबसे कम संक्रमण की दर हरिद्वार पांच प्रतिशत के करीब रही। जबकि देहरादून में 10 प्रतिशत के करीब संक्रमण दर रही है। एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने कहा कि यह सही है कि राज्य में कोरोना के एक्टिव मरीज अस्पतालों में बहुत कम हैं। लेकिन संक्रमण दर के हिसाब से स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में मैदानी जिलों की तुलना में अधिक संक्रमण है जो चिंता की बात है। हालांकि सोमवार को जारी राज्य सरकार की रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से नीचे पहुंच गई थी।

रिपोर्ट के अनुसार राज्य में तीसरी लहर के दौरान संक्रमण बढ़ने के बाद अब घट रहा है। आपको बता दें कि उत्तराखंड में मंगलवार को 18 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। जबकि 1840 नए संक्रमित मिले। इसके साथ ही तीसरी लहर के दौरान मिले मरीजों की संख्या 78 हजार के पार पहुंच गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 146 हो गया है।स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को अल्मोड़ा में 183, बागेश्वर में 67, चमोली में 77, चम्पावत में 40, देहरादून में 595, हरिद्वार में 229, नैनीताल में 210, पौड़ी में 58, पिथौरागढ़ में 98, रुद्रप्रयाग में 101, टिहरी में 42, यूएस नगर में 93 जबकि उत्तरकाशी में 47 नए संक्रमित मिले हैं। देहरादून जिले के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती 11, हरिद्वार में दो, नैनीताल में तीन जबकि उत्तरकाशी में दो संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। राज्य के विभिन्न अस्पतालों व होम आईसोलेशन में इलाज करा रहे 4383 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया जिससे एक्टिव मरीजों का आंकड़ा घटकर 26 हजार 814 रह गया है। मंगलवार को राज्य की विभिन्न लैब से 27 हजार के करीब सैंपल की रिपोर्ट आई। 26 हजार सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। मंगलवार को एक बार फिर राज्य में संक्रमण की दर बढ़कर 6.91 प्रतिशत हो गई और मरीजों के ठीक होने की दर 62 प्रतिशत से अधिक हो गई है। राज्य भर में एक लाख 47 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया है।