आज 266 करोड़ रुपए की लागत से बने कोईलवर पुल का उद्घाटन करेंगे नितिन गडकरी

आरा
नये कोईलवर पुल की डाउन स्ट्रीम थ्री लेन का लोकार्पण आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी करेंगे। इसकी तैयारी शुक्रवार को पीएनसी निर्माण एजेंसी ने पूरी कर ली है। अप स्ट्रीम थ्री लेन का पहले ही उद्घाटन हो चुका है। पुल की दोनों लेन चालू हो जाने से पटना से शाहाबाद व उत्तर प्रदेश के कई जिलों के लिए आवागमन में सुविधा हो जाएगी। यह सिक्स लेन पुल डेढ़ किलोमीटर लंबा व 30 मीटर चौड़ा है। इस पुल के निर्माण पर 266 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं।

बता दें कि इस पुल की अपस्ट्रीम लाइन का उद्घाटन 10 दिसंबर, 2020 को हुआ था। कोईलवर में पुराने अब्दुल बारी पुल के उत्तर में समानांतर 1.528 मीटर लंबे एवं 30 मीटर चौड़े इस सिक्स लेन पुल का निर्माण किया गया है। इसका शिलान्यास 22 जुलाई, 2017 को केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद आरके सिंह ने किया था। भोजपुर, पटना समेत शाहाबाद के अन्य जिलों समेत उत्तर प्रदेश के जिलों के लिए यह पुल सह फोरलेन सड़क लाइफ लाइन साबित होगा।

आरा-बक्सर फोरलेन और आरा-मोहनियां फोरलेन का निर्माण पूरा हो जाने के बाद भी इस सिक्सलेन पुल पर वाहनों का दबाव नहीं रहने का अनुमान है। उद्घाटन कार्यक्रम कोईलवर स्कूल परिसर में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद आरके सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, सांसद रामकृपाल यादव, विधायक किरण देवी, भाई वीरेंद्र, राघवेंद्र प्रताप सिंह समेत कई नेताओं को आमंत्रित किया गया है।

कार्ड पर जदयू के प्रतिनिधि का नाम नहीं, चर्चा
कोईलवर पुल के लोकार्पण समारोह के कार्ड पर जदयू के जनप्रतिनिधि का नाम नहीं होने से चर्चा का बाजार गर्म है। आरा-बक्सर के एमएलसी राधाचरण साह का नाम नहीं है, जबकि स्थानीय राजद विधायक किरण देवी व भाई वीरेंद्र का नाम कार्ड पर है। पिछले दिनों आरा जंक्शन परिसर में आयोजित उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर नहीं होने से जदयू कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था और स्थानीय सांसद आरके सिंह का पुतला दहन किया था। हालांकि इस कार्ड में पीएम का नाम भी नहीं है। उद्घाटन करने वाले केंद्रीय मंत्रियों का नाम ही है। अन्य नाम स्थानीय जनप्रतिनिधियों का है।

 

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