नई दिल्ली
पिछले दो साल से अधिक समय से दुनियाभर में कोरोना का संक्रमण जारी है। कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण भारत संक्रमण की तीसरी लहर झेल रहा है।
अध्ययनों से पता चलता है कि कोरोना का यह वैरिएंट अपेक्षाकृत अधिक संक्रामक है। ओमिक्रॉन संक्रमण के कारण भी लोगों की जान जाने के मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक संक्रमण का जल्दी पता चल जाने से उपचार में आसानी होती है।
कोरोना संक्रमण के मामलों का जल्दी पता लगाने के लिए अमेरिका स्थित जॉर्ज वाशिंगटन (जीडब्ल्यू) विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक महत्वपूर्ण खोज की है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा परीक्षण किट तैयार किया है जिसकी मदद से संक्रमण की उपस्थिति और गंभीरता का भी आसानी से पता लगाया जा सकता है।
'पीएलओएस वन' जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक शोधकर्ताओं ने एक खास तरह के रक्त के परीक्षण को विकसित किया है जिससे इस बात का आसानी से पता लगाया जा सकता है कि क्या किसी को कोविड-19 है या नहीं?
खास बात यह है कि इस टेस्ट के माध्यम से इस बात का भी पता लगाया जा सकता है कि संक्रमण के प्रति हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली कितनी गंभीर प्रतिक्रिया करेगी? वैज्ञानिकों के मुताबिक परीक्षण की यह तकनीक कोरोना संक्रमण का पता लगाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।