जेनेवा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि 89 देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान की जा चुकी है और यह उन स्थानों पर डेल्टा वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है, जहां संक्रमण का सामुदायिक स्तर पर प्रसार अधिक है। इसके मामले डेढ़ से तीन दिन में दोगुने हो जाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शुक्रवार को अपनी 'एनहैंसिंग रेडिनेस फॉर ओमिक्रॉन (बी.1.1.529): टेक्निकल ब्रीफ एंड प्रायोरिटी एक्शन्स फॉर मेंबर स्टेट्स' रिपोर्ट में कहा कि मौजूदा उपलब्ध आंकड़ों को देखते हुए आशंका है कि ओमिक्रॉन उन स्थानों पर डेल्टा से आगे निकल जाएगा, जहां सामुदायिक स्तर पर वायरस का प्रसार अधिक है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ''16 दिसंबर 2021 तक, डब्ल्यूएचओ के सभी छह क्षेत्रों में 89 देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान की गई है। जैसे-जैसे अधिक डेटा उपलब्ध होगा, ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में वर्तमान समझ विकसित होती रहेगी।'' विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में तेजी से फैलता है। यह सामुदायिक प्रसार वाले देशों में डेल्टा वैरिएंट की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है। डेढ़ से तीन दिन में इसके मामले दोगुने हो जाते हैं।
भारत में भी ओमिक्रॉन मामलों ने पकड़ी रफ्तार
शनिवार को देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 30 नए केस सामने आए। इससे पहले शुक्रवार को 26 नए केस सामने आए थे। पिछले तीन दिनों से देश में ओमिक्रॉन संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है। इस तरह देश में अब तक ओमिक्रॉन के 143 केस दर्ज हो चुके हैं। देश के 12 राज्यों में ओमिक्रॉन संक्रमण का पता चल पाया है। एक्सपर्ट के मुताबिक, ये देश में चिंता का कारण है। हालांकि एक्सपर्ट्स ने कोरोना से बचाव के तरीकों को अपनाने की बात कही है। शनिवार को देश में ओमिक्रॉन के रिकॉर्ड 30 नए केस सामने आए। इसमें तेलंगाना में 12, महाराष्ट्र में आठ, कर्नाटक में छह और केरल में चार नए मामले शामिल हैं। देश में लगातार तीसरे दिन ओमिक्रॉन मामलों में सबसे अधिक एक दिवसीय वृद्धि देखी गई है।
ओमिक्रॉन और डेल्टा मिलकर बना सकते हैं खतरनाक सुपर वेरिएंट
ओमिक्रॉन और डेल्टा को लेकर वैज्ञानिकों की नई चेतावनी ने दुनियाभर के देशों की चिंता बढ़ा दी है। मॉडर्ना के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. पॉल बर्टन ने कहा है कि ओमिक्रॉन और डेल्टा मिलकर एक नए और ज्यादा खतरनाक सुपर वेरिएंट को बना सकते हैं। डॉ. बर्टन कहा कि आमतौर पर इंसान कोरोना के एक ही वेरिएंट से संक्रमित होता है। लेकिन कुछ खास मामलों में दो वेरिएंट एक ही वक्त पर मरीज को संक्रमित करते हैं। अगर डेल्टा और और ओमिक्रॉन दोनों एक सेल को संक्रमित करते हैं तो ये आपस में डीएनए की अदला-बदली कर सकते हैं। इन दोनों के मिलने से कोरोना का एक नया सुपर वेरिएंट बन सकता है। डॉ. बर्टन ने बताया कि दोनों वेरिएंट से यह पहले से भी ज्यादा खतरनाक वेरिएंट बन सकता है।
दो वेरिएंट से संक्रमण के मामले पहले भी आ चुके हैं
न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट पीटर व्हाइट ने भी इसी महीने एक सुपर वेरिएंट उभरने की चेतावनी दी थी। ब्रिटिश स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने जनवरी में स्पेन में कुछ ऐसे मामले दर्ज किए थे, जिनमें अल्फा स्ट्रेन और बी.1.177 स्ट्रेन आपस में जुड़कर एक हो गए थे। वहीं कैलिफोर्निया के वैज्ञानिकों ने भी फरवरी में बताया था। उन्होंने एक ऐसे वेरिएंट की पहचान की थी, जिसमें केंट वेरिएंट और बी.1.429 आपस में मिल गए थे।