नई दिल्ली
देश में कोरोना महामारी पर फिलहाल लगभग काबू पा लिया गया है। हालांकि किसी अनचाहे वैरिएंट के खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता। बीते 24 घंटे में 1581 नए केस मिले हैं और 33 लोगों की मौत हुई है। देश की आबादी के अनुपात में ये संख्या नगण्य है।
इसी तरह सक्रिय केस की संख्या भी देशभर में घटकर 23,913 हो गई है। महामारी की रोकथाम के लिए टीकाकरण भी जारी है। अब तक देश में कुल 1,81,56,01,944 खुराक दी जा चुकी है।
मंत्रालय के अनुसार, 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,193 की कमी दर्ज की गई है. संक्रमण की दैनिक दर 0.28 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 0.39 प्रतिशत दर्ज की गई. पिछले 24 घंटों में कोविड-19 का पता लगाने के लिए 5,68,471 नमूनों की जांच की गई है. भारत में अभी तक कुल 78.36 करोड़ नमूनों की जांच हो चुकी है. आंकड़ों के मुताबिक, इस महामारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,24,70,515 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत दर्ज की गई.
कोरोना की चौथी लहर को रोकने की तैयारी अब तक लोग कोरोना की तीसरी लहर से पीड़ित होते रहे। अब सरकार कोरोना की चौथी लहर को रोकने की तैयारी में जुटी है। सोशल मीडिया पर, इस चौथी लहर की चर्चा चल रही हैं। वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स इसके जून में आने के आसार जता रहे हैं। सरकार के एक एक्सपर्ट डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि, चौथी लहर से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अगले कुछ दिनों में हम गटर के पानी की भी सैंपलिंग करेंगे। उन्होंने कहा कि, इस तरीके से भी कोरोना वायरस को कम्युनिटी लेवल पर फैलने से रोका जा सकेगा। वहीं, देशभर में अब 12 से 14 वर्ष के टीनएजर्स को वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है। इससे पहले 15 से 18 वर्ष के टीनएजर्स को वैक्सीन लगने लगी थी। देखा जाए तो सरकार ज्यादातर आबादी को वैक्सीनेशन के दायरे में ला चुकी है। कम उम्र के बच्चों के लिए भी वैक्सीन हो, इसका अभी ट्रायल चल रहा है।